Brain Syndrome : कोविड के बीच कनाडा में तेजी से फैल रही रहस्यमयी दिमागी बीमारी, वैज्ञानिक बता रहे वैक्सीन का साइड इफेक्ट

भारत में जहां एक ओर कोविड के बीच ब्लैक फंगस ने कहर बरपा रखा है तो वहीं कनाडा में एक और नई रहस्यमयी बीमारी से लोग जूझ रहे हैं। मार्च में इस मिस्टीरियस ब्रेन सिंड्रोम का खुलासा हुआ था लेकिन कोरोना के बीच इस पर ज्यादा ध्यान नहीं गया।

कोरोना महामारी के बीच न जाने कितनी ही और दूसरी बीमारियों ने कहर ढा रखा है। जहां भारत में कोविड के अलावा ब्लैक फंगस का प्रकोप लगातार बढ़ता ही रहा है तो वहीं दूसरी ओर कनाडा में रहस्यमय दिमागी बीमारी ने तमाम लोगों को अपनी चपेट में ले लिया है। दुनिया भर में इन दिनों कोरोना की चर्चा है जिस वजह से दूसरी बीमारियों पर लोग ध्यान नहीं दे रहे हैं। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, कनाडा में एक ही प्रांत के 48 लोग रहस्यमयी ब्रेन सिंड्रोम (Mysterious Brain Syndrome) की चपेट में आए हैं जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। देश में दहशत फैलाने वाले COVID-19 महामारी के बीच इस रहस्यमयी बीमारी ने लोगों को चिंता को और बढ़ा दिया है। आइए जानते हैं इस बीमारी के सिम्टम्स और वजह।

​इस जगह के रहने वाले हैं सिंड्रोम पीड़ित लोग

न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, इस रहस्यमय बीमारी से पीड़ित सभी लोग कनाडा के अटलांटिक तट पर स्थित न्यू ब्रंसविक प्रांत के रहने वाले हैं। मिस्टीरियस ब्रेन सिंड्रोम से पीड़ित लोगों में अनिद्रा (insomnia), अंगों की शिथिलता (limb dysfunction) और कन्फ्यूजन जैसे सिम्टम्स देखे गए हैं। इस तरह का ब्रेन सिंड्रोम पहली बार 2015 में देखा गया था। उस वक्त डॉ. एलियर मारेरो ने एक मरीज में इस बीमारी को नोटिस किया था जिसे कनफ्यूजन और मांसपेशियों में दर्द का शिकार था।

​बीमारी की चपेट में आए 6 लोगों की मौत

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जानकारी के अनुसार, 29 अप्रैल 2021 तक जो 48 लोग रहस्यमयी बीमारी से ग्रसित हुए हैं उनमें से छह की मौत भी हो चुकी है। हालांकि, सिंड्रोम पीड़ित लोगों की मौत की वजह को अच्छे से जानने के लिए अभी रिसर्च की जरूरत है। इस सिंड्रोम की खबर का खुलासा तब हुआ जब न्यू ब्रंसविक के मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने इसे लेकर मार्च में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी।
​कैसे फैल रहा मिस्टीरियस ब्रेन सिंड्रोम?

मिस्टीरियस ब्रेन सिंड्रोम ने कनाडा हेल्थ एजेंसियों को आश्चर्य में डाल दिया है और दुनिया के तमाम टॉप न्यूरोलॉजिस्टों का इस बीमारी की ओर ध्यान आकर्षित किया है। इस बीमारी के चलते कनाडा के न्यू ब्रंसविक निवासियों के बीच एक डर बैठ गया है। बीमारी को लेकर वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि यह बीमारी मोबाइल फोन टावरों के रेडिएशन से फैल रही है। कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि लक्षण COVID-19 वैक्सीन का एक साइड इफेक्ट है।

​Prion रोग से मिलती है बीमारी

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बताया जा रहा है कि यह सिंड्रोम प्रियन बीमारी (prion diseases) से मिलता-जुलता है, जो प्रोटीनयुक्त संक्रामक कणों के कारण होने वाले न्यूरोडीजेनेरेटिव रोगों का एक समूह है। शुरुआती आंकड़ों पर गौर करें तो यह कोई जेनेटिक बीमारी नहीं है और न ही इसका हवा, पानी और भोजन से कोई लिंक है।
​ब्रेन सिंड्रोम के सिम्टम्स

हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है इस बीमारी की चपेट में महिला और पुरुष दोनों समान रूप से आ सकते हैं।
  • कनफ्यूजन (भ्रम)
  • चलने में कठिनाई
  • मांसपेशियों में जकड़न
  • थकान
  • बोलने में कठिनाई
  • व्यवहार में बदलाव
  • अनिद्रा
  • सिरदर्द
​कुत्तों के शिकार को बताया जा रहा वजह

न्यू ब्रंसविक में इस बीमारी की जांच डॉ. जॉर्जेस-एल-ड्यूमॉन्ट यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल सेंटर के मॉन्कटन न्यूरोलॉजिस्ट डॉ एलियर मारेरो और माइकल कॉल हार्ट द्वारा की जा रही है। इस बीमारी की एक वजह पिछले कई सालों से कुत्तों को मारना बताया जा रहा है जिनके जरिए Cyanobacteria जैसे बैक्टीरिया पैदा होते हैं और उसी के चलते न्यूरोलॉजिकल ब्रेन सिंड्रोम हो रहा है। ये बैक्टीरिया नीले-हरे शैवाल के रूप में भी जाने जाते हैं। फिलहाल कनाडा के कई न्यूरोलॉजिस्ट इस बीमारी के कारणों का पता लगाने की कोशिश में जुटे हैं।

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