छत्तीसगढ़ के खिलाड़ी प्रतिभाओं को मिलेगा राष्ट्रीय स्तर पर पहचान

बिलासपुर. स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया में के महासचिव विजय सन्तन  ने पहली बार  छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से रूबरू होते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में प्रतिभाओं की कोई कमी नही छत्तीसगढ़ के ग्रामीण वनांचल जैसे बस्तर, सरगुजा, सुकमा,दंतेवाड़ा, सुकमा  ऐसे तमाम वनांचल के प्रतिभाओं को निखारने का काम स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया व  लोक शिक्षण संचनालय छत्तीसगढ़ तथा  प्रशिक्षित कोच के सहयोग  से अंतराष्ट्रीय स्तर के प्रशिक्षकों द्वारा चिन्हित कर उनकी प्रतिभा को निखारने के उद्देश्य से उन्हें प्रशिक्षित किया जाएगा। जिससे  छत्तीसगढ़ के आदिवासी प्रतिभा  राष्ट्रीय स्तर के स्कूली खेलो के माध्यम से  ओलंपिक तक का सफर कर छत्तीसगढ़ का नाम विश्व पटल पर गौरान्वित कर सकेंगे । इस कोरोना काल मे  स्वस्थ शरीर मे स्वस्थ मन का वास होता है | इस दौरान प्रत्येक राज्य जाकर पूरे देश भर के छठवीं कक्षा के स्कूल से लेकर बारहवीं कक्षा तक के खिलाड़ियो का डाटा तैयार किया जा रहा है। और हमारा प्रयास है कि राज्य  स्तर से खिलाड़ियो का जीवन बीमा हो। नेशनल स्तर पर मेडल प्राप्त करने वाले राष्ट्रीय खिलाड़ियो का खेल कोटे से नौकरी की गारंटी भारत सरकार व राज्य सरकारों  की हो । राष्ट्रीय खिलाड़ियों को खेल के दौरान विशेष चोटिल या  विकलांगता तथा मानसिक छति होने पर  पेंशन जीवन भर मीले  । छत्तीसगढ़ के वनांचल के प्रतिभा खिलाड़ियों में शारिरिक व मानसिक स्वास्थ्य प्राकृतिक रूप से विद्यमान है। और ऐसे ही युवाओं से  फिट इंडिया मुहिम के उद्देश्यों को सफलतापूर्वक अंजाम दिया जा सकता है। साथ मे स्कूल फेडरेशन गेम्स इंडिया के पूर्व कोषाध्यक्ष अनुभवी मार्गदर्शक श्री एस.आर.कर्ष , मुकेशपुरी गोस्वामी उपस्थित रहे । ये जानकारी टेनिस क्रिकेट एससोसिएसन ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष  विजय रत्नाकर ने दिए।

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