जो न्यूनतम साझा कार्यक्रम का समर्थन करेगा, हम उसको समर्थन देंगे: दुष्यंत चौटाला
नई दिल्ली. नवगठित जननायक जनता पार्टी (JJP) के नेता दुष्यंत चौटाला ने बीजेपी या कांग्रेस को समर्थन देने के मसले पर प्रेस कांफ्रेंस कहा कि हमारी पार्टी के एजेंडे को जो दल स्वीकार कर न्यूनतम साझा कार्यक्रम तैयार करेगा, हम उस दल को समर्थन देंगे. गठबंधन पर दुष्यंत चौटाला ने कहा कि हमारे सभी विकल्प खुले हैं. हरियाणा को आगे ले जाने वालों के साथ काम करेंगे. 15 प्रतिशत से ज्यादा वोट शेयर से हमारे विधायक जीते हैं.
अपने पार्टी के एजेंडे के बारे में उन्होंने कहा कि हमने हरियाणा में हरियाणवी लोगों के लिए 75 प्रतिशत रोजगार और चौधरी देवीलाल के जमाने में शुरू की गई वृद्धावस्था पेंशन योजना को लागू करने की बात कही है. जो भी दल इन बातों को न्यूनतम साझा करेंगे में शामिल करेंगे, उनको हम समर्थन देंगे. इसके साथ ही उन्होंने जोड़ा कि जेजेपी हरियाणा में इस बार के चुनाव में सबसे बड़े दल के रूप में उभरी है.
उधर सूत्रों के मुताबिक हरियाणा में सबसे बड़े दल के रूप में उभरी बीजेपी सरकार बनाने जा रही है. सूत्रों के मुताबिक 26 अक्टूबर को बीजेपी विधायक दल की बैठक होगी, उसमें मनोहर लाल खट्टर को नेता चुना जाएगा. सूत्रों के मुताबिक कल ही उनको मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई जाएगी. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ओर से हरियाणा में विधायकों की बैठक के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण व अरुण सिंह को पर्यवेक्षक के तौर पर भेजा जाएगा. भाजपा शनिवार को चंडीगढ़ में विधायक दल का नेता चुनने के लिए बैठक करेगी. इसके बाद राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया जाएगा. सूत्रों का यह भी कहना है कि दिवाली के बाद मंत्रिमंडल का गठन हो सकता है.
इससे पहले खट्टर ने आज दिल्ली में बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा और पार्टी के हरियाणा प्रभारी अनिल जैन के साथ बैठक की. भाजपा ने गुरुवार को जारी विधानसभा चुनाव परिणाम में 40 सीटों पर जीत दर्ज की थी. पार्टी बहुमत के जादुई आंकड़े से छह सीट पीछे रह गई. उल्लेखनीय है कि बीजेपी ने दावा किया है कि उसको 8 निर्दलीय और इनेलो के एक विधायक का समर्थन मिल गया है. भाजपा ने गुरुवार को जारी विधानसभा चुनाव परिणाम में 40 सीटों पर जीत दर्ज की थी. पार्टी बहुमत के जादुई आंकड़े से छह सीट पीछे रह गई. हालांकि निर्दलीय विधायक गोपाल कांडा के समर्थन की बात से बीजेपी के भीतर ही बागी सुर उठ खड़े हुए हैं.