VIDEO – सतनामी समाज ने सौंपा ज्ञापन : टीएस समर्थक पंकज सिंह पर एससी, एसटी एक्ट के कार्यवाही की मांग
बिलासपुर/अनिश गंधर्व. टीएस समर्थक पंकज सिंह पर लगाये गये धाराओं का विरोध करते हुए सतनामी समाज के लोगों ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय में ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि अगर सिम्स कर्मचारी तुलसीराम जाति सतनामी के साथ हुये मारपीट और जाति सूचक गाली देने के मामले में एससी, एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज नहीं किया गया तो आगामी दिनों में आंदोलन किया जाएगा।
कांग्रेस नेता पंकज सिंह के खिलाफ मामला दर्ज होते टीएस समर्थकों ने कोतवाली थाने का घेराव कर दिया था। इस मामले में बाबा समर्थक विधायक शैलेश पाण्डेय ने कहा था कि टीएस समर्थकों के खिलाफ जानबुझ कर मामला दर्ज किया जा रहा है, ऊपर से दबाव बनाया जा रहा है। उनके इस बयान के बाद सतनामी समाज के लोगों ने आज दोपहर पुलिस अधीक्षक कार्यालय में ज्ञापन सौंपा है। सतनामी समाज के लोगों ने बताया है कि 18 सितंबर की रात्रि सिम्स अस्पताल में कार्यरत एमआरआई टेक्निशियन तुलसीराम टांडे जाति सतनामी जो कि मस्तूरी ब्लाक के ग्राम गतौरा रहने वाला है, उसके साथ जाति सूचक गाली गलौच करते हुए टीएस समर्थक पंकज सिंह द्वारा मारपीट की घटना को अंजाम दिया गया। जिसकी सूचना पीडि़त ने सिटी कोतवाली थाने में दी। सूचना उपरांत कोतवाली पुलिस ने मामूली धाराओं का प्रयोग करते हुए पंकज सिंह का बचाव कर रही है। ज्ञापन सौंपने आये लोगों ने बताया कि पंकज सिंह आपराधिक प्रवृत्ति का है उसकी गिरफ्तारी नहीं होने से प्रार्थी को जान खतरा का है। तीन दिनों के भीतर अगर टीएस समर्थक पंकज सिंह के खिलाफ एससी, एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार नहीं किया गया तो सतनामी समाज के लोग आंदोलन करेंगे।
क्या यही बदलाव है…
वक्त का है बदलाव का नारा लेकर कांग्रेसी नेताओं ने वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में जोरदार प्रदर्शन कर शानदार तरीके से सत्ता हासिल कर ली। ढाई साल बीत जाने के बाद प्रदेश की जनता को बदलाव के रूप में कांग्रेसी नेताओं के बिखराव को देखना पड़ रहा है। जमीन घोटाला, मारपीट की घटनाएं रोजाना सामने आ रही है। अपने ही सरकार में कांग्रेसी खुलकर बोल रहे हैं कि मैं टीएस बाबा का समर्थक हूं इसलिये मुझ पर मामला दर्ज किया जा रहा है। ढाई साल में क्या यहीं बदलाव हुआ है या फिर नेतृत्व परिवर्तन की सही में जरूरत है? कारण चाहे जो भी हो कांग्रेस की अंदरूनी लड़ाई और ढाई-ढाई साल के मुख्यमंत्री को लेकर राज्य में बवाल मचा हुआ है।