शहर के होटल ढाबों में घरेलू गैस सिलेंडर का उपयोग धड़ल्ले से
बिलासपुर. शहर के कई होटल ढाबा और दुकानों पर खुलेआम घरेलू सिलेंडर का उपयोग किया जा रहा है। कुछ होटल संचालकों ने गैस रिफिल किट खरीद रखी हैं जिनसे वह घरेलू सिलेंडर से व्यावसायिक सिलेंडर में गैस भर लेते हैं। गैस एजेंसी संचालक भी आसानी से होटल संचालकों को ब्लैक में घरेलू गैस सिलेंडर सप्लाई कर रहे हैं। इन दिनों शहर के कई होटल, ढाबा, हाथ ठेला में चाय, समौसे, चाट आदि में भारी संख्या में घरेलू सिलेंडरों का उपयोग किया जा रहा है। शहर में सबसे अधिक चाय नाश्ता के होटल व हाथ ठेला दुकानदार हैं वही बड़े-बड़े होटलों और रेस्टोरेंट में घरेलू सिलेंडरों की खपत करने में लोग लगे हुए हैं। कई माह हो गये है खाद्य विभाग के अधिकारी होटल और रेस्टोरेंट की देखना भूल गए है। दीपावली का सीजन चल रहा है और ऐसे में होटलों में बड़े पैमाने पर मिठाइयां और अन्य खाद्य सामग्री बनाई जा रही हैं. जिसमें खुलेआम घरेलू गैस सिलेंडर का उपयोग किया जा रहा है। जो कभी भी किसी बड़े खतरे का कारण बन सकता है, लेकिन खाद्य विभाग के आलाधिकारियों द्वारा इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। कई लोग कपड़े से ढ़ककर तो कोई खुलेआम घरेलू सिलेंडर का उपयोग कर रहे हैं। इसके पीछे व्यावसायिक और घरेलू सिलेंडर के भाव में अंतर को कारण बताया जा रहा है। जब इस बारे में जिले के खाद्य नियंत्रक से सम्पर्क किया गया तो वो अपने कार्यालय से ही नदारत मिले। इसके अलावा जिन फूड इस्पेक्टरों को इसके जांच करने का जिम्मा होता है,वह तो इन दिनों दीपावली त्यौहार मनाने की तैयारियों में लगे हुए है। इससे आप अंदाजा लगा सकते है कि जिले का खाद्य महकमा अपने जिम्मेदारीयो के लिए कितना सजग है। केवल जिला खाद्य शाखा में पदस्थ अधिकारी काम चलाऊ सरकार बनाने में लगे हुए है। इस ओर जिला प्रशासन के उच्चाधिकारियों को ध्यान देने की जरूरत है।