अखिलेश पर भड़के डिप्टी CM, कहा- कॉरिडोर पर पहले बोलते तो पड़े जाते वोटों के लाले
वाराणसी. उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के वाराणसी में आज पीएम मोदी (PM Modi) काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का उद्घाटन (Kashi Vishwanath Corridor Inauguration) करेंगे. इसका निर्माण 339 करोड़ रुपये की लागत से पूरा किया गया है. काशी विश्वनाथ कॉरिडोर बनने के बाद 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक बाबा विश्वनाथ धाम की भव्यता देखते ही बनती है लेकिन इस बीच काशी विश्वनाथ कॉरिडोर (Kashi Vishwanath Corridor) के उद्घाटन को लेकर श्रेय लेने की होड़ लग गई है. जहां एक तरफ बीजेपी और पीएम मोदी काशी में कॉरिडोर निर्माण का श्रेय ले रहे हैं तो वहीं सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने भी दावा किया है कि काशी विश्वनाथ कॉरिडोर बनाने का फैसला उनकी सरकार में लिया गया था. उनकी कैबिनेट ने इसे पास किया था.
अखिलेश यादव पर डिप्टी सीएम का करारा हमला
सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के इस दावे को उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा (Dinesh Sharma) ने सिरे से नकार दिया है. दिनेश शर्मा ने कहा कि अखिलेश यादव के बयान की कोई प्रमाणिकता नहीं है. अगर अखिलेश यादव की कैबिनेट ने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के प्रस्ताव को पास किया था तो उन्होंने पहले इसके बारे में क्यों नहीं बताया? अखबारों में क्यों नहीं छपवाया? पहली बात तो उनका दावा झूठा है और अगर उन्होंने ऐसा पहले किया होता तो उनको वोटों के लाले पड़ जाते.
पीएम मोदी ने अपना वादा किया पूरा- डिप्टी सीएम
उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने कहा कि काशी में चुनाव लड़ने के लिए आने के बाद पीएम मोदी का पहला बयान था कि मां गंगा ने मुझे बुलाया है तो लोगों ने इसके कई अर्थ लगाए. लेकिन आज ये सिद्ध हो गया है जब काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का उद्घाटन हो रहा है. ये अद्भुत है. काशी बम-बम बोल रही है.
पीएम मोदी के आने के बाद बदला देश का माहौल- डिप्टी सीएम
उन्होंने आगे कहा कि पीएम मोदी के आने से पहले देश में ऐसा माहौल था कि अगर कलावा बांधोगे या टीका लगाओगे तो सांप्रदायिक हो जाओगे. लेकिन अब ये बदल चुका है. भारतीय संस्कृति का दर्शन हमारी सरकार में विकास के एजेंडे के साथ-साथ शामिल हुआ है.