मंजीत सिंह अरोरा राज्य स्तरीय पुरस्कार से हुए सम्मानित
बिलासपुर. दयालबंद निवासी सरदार मंजीत सिंह अरोरा जिन्होंने अपना जीवन निर्धन, निशक्त, जरूरतमंद एवं कुस्ट रोगियों की सेवा में समर्पित किया है। कोरोना काल में जिनकी निःस्वर्थ सेवा की जितनी प्रशंसा की जाए उतनी कम है। आज उनकी इस निःस्वार्थ मानव सेवा को देखते हुए छत्तीसगढ़ शासन द्वारा उन्हें राज्य स्तरीय पुरुस्कार से 4 मार्च को राजधानी रायपुर में सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के समाज सेवकों का सम्मान किया गया। पूर्व में मंजीत सिंह को उनकी मानव सेवा के लिए 350 से ज्यादा अवॉर्ड्स प्राप्त हो चुके हैं।
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्रीमती अनिला भेड़िया, महिला बाल विकास मंत्री, राज्य सभा सांसद छाया वर्मा, पंकज वर्मा प्रभारी संचालन , राजेश तिवारी उप सचिव समाज कल्याण संचनालाय छत्तीसगढ़ शासन, रायपुर, प्रशांत मोकसे समाज कल्याण बिलासपुर। साथ ही योग आयोग के अध्यक्ष ज्ञानेश्वर शर्मा भी उपस्थित रहे।
इस पर मंजीत सिंह का कहना है के यह सम्मान सिर्फ उनका नही है क्युकी सेवा की प्रेरणा एवं सहयोग देने में सबका योगदान है। मंजीत सिंह जी की सेवाओं का मुख्य श्रेय वो पंजाबी मानव सेवा समिति को देते हैं जिन्होंने उन्हें नेतृत्व का मौका दिया। इसमें सुरेंद्र गुंबर, प्रीतपाल गंभीर, जसपाल सेठी, प्रिंस भाटिया, भूपेंद्र सिंह गांधी, अनिल सलूजा, पवन अजमानी, असीतपाल जुनेजा, इंद्रजीत, दर्शन छाबड़ा, करणवीर सिंह अरोरा, नितिन छाबड़ा का विशेष योगदान है।लायंस क्लब इंटरनेशनल कोरॉना काल में मंजीत सिंह को प्रशासन, पुलिस विभाग एवं डॉक्टर जन का भी विशेष सहयोग रहा जिसके कारण इन्होंने बढ़ चढ़ कर सेवाएं दी जिसमे भोजन पैकेट, पानी पाउच, कपड़े, जूते, विश्राम के लिए गद्दे, कंबल, के साथ साथ मास्क, सैनिटाइजर, ऑक्सीमीटर, भाप मशीन, ऑक्सीजन सिलेंडर, रिमेडस्वर इंजेक्शन का इंतजाम करना, मरीजों को एडमिट करवाना, राशन की व्यवस्था इत्यादि की सेवा दी। साथ ही हॉस्पिटल में ac प्रदान किया, कुछ कैंसर मरीजों को दवाई उपलब्ध करवाई साथ ही अनंत सेवाएं कोरॉन काल में दी गई।
इसके साथ ही मंजीत सिंह जी ने कहा लायंस क्लब, प्रबंधक कमेटी गुरुद्वारा दयालबंद, गुरुद्वारा गोंडपारा, पंथ प्रचार समिति, खालसा सेवा समिति, पंजाबी महिला आदर्श समिति, सुखमनी सर्कल, गुरमत ज्ञान समिति, पंजाबी सेवा समिति ने भी उन्हें प्रेरणा और सहयोग दिया। सम्मान समरोह मे नरेश लिखमानिया बिमल केडिया उपस्थित थे। मंजीत सिंह जी का कहना है के मैं खुशकिस्मत हूं के मैं किसी जरूरतमंद की सेवा कर पाया जिस से छत्तीसगढ़ शासन ने मुझे इस सम्मान के काबिल समझा।