मां दुर्गा की प्रतिमा विसर्जन के लिए पचरीघाट में की जा रही है व्यवस्था
बिलासपुर/अनिश गंधर्व. शहर के दुर्गा पंडालों में विराजी मां दुर्गा की प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए पचरीघाट में व्यवस्था की जा रही है। विजयादशमी पर्व के दूसरे दिन शहर में झांकी विसर्जन होते चला आ रहा है। इसके लिये समितियों को जिला प्रशासन ने गाइड लाइन भी जारी किया है। लगभग 50 से ज्यादा समितियों द्वारा झांकी विसर्जन किया जाता है। सिम्स अस्पताल, सदरबाजार, गोलबाजार मुख्य मार्ग से हटरी चौक के रास्ते मां दुर्गा के विसर्जन के लिए निकले समितियों को प्रवेश दिया जाना है। इस दौरान भारी गहमा-गहमी का माहौल रहता होता है। पहले जाने के फेर में समितियों के पदाधिकारियों में टकराव की भी स्थिति निर्मित होती है।
पुराने जमाने से देवी-देवताओं की प्रतिमाओं का विसर्जन पचरीघाट की जाती है। जीवनदायिनी अरपानदी पर पचरीघाट में एनीकट का निर्माण भी किया जा रहा है। नगर निगम द्वारा घाट तक भारी वाहनों को आने जाने के लिए व्यवस्था की जा रही है। एक्सीवेटर के माध्यम से घाट की साफ-सफाई कर समतल रोड रास्ता बनाया जा रहा है। दुर्गा पंडालों को दुल्हन की तरह सजाया गया है। झांकी प्रदर्शनी के दौरान गोल-बाजार, करोना चौक और हटरी चौक में समितियों को प्रवेश देने में पुलिस प्रशासन को भारी दिक्कत होती है। बहरहाल दशहरा पर्व पर दुर्गा पंडालों में भीड़ भाड़ का माहौल है। देवी के दर्शन के लिए चार दिनों से हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। जगह-जगह भोग भंडारे की व्यवस्था की गई है। मौसम खराब होने के बाद भी भारी भीड़ उमड़ रही है।