पान मसाला सामानों की काला बाजारी शुरू, मुनाफाखोरी में जुटे व्यापारी
बिलासपुर/अनीश गंधर्व. पान मसाला सामानों के थोक कारोबारी मुनाफा खोरी करने में जुट गए है। लॉक डाउन की भनक लगते ही व्यापारी सक्रिय हो गए है। खुलेआम की जा रही कालाबजारी को देखने के बाद भी जिला प्रशासन के आला अधिकारी चुप्पी साधे बैठे है। आम जनता के साथ हो रही धोखा घड़ी का फायदा खाद विभाग के अधिकारी उठा रहे है। आपात स्थिती में जनमानस की देख रेख और समान मुहैया कराने की समस्त जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होती है किंतु हमारे आला अधिकारी जान बूझकर तमाशा देख रहे है। अब सबसे बड़ा सवाल यह उठता हैं कि व्यापारी रोजमर्रा से सामानों का भंडारण करके लाभ कमाने को तैयार है, इनके गोदामों में छापा मारकर करवाई क्यों नहीं की जा रही है।
मालूम हो कि पिछले लाक डाउन के दौरान दाल, चावल, नमक, तेल के अलावा सबसे ज्यादा कालाबाजारी पान मसाला के सामानों की गई। व्यापारी छोटे दुकानदारों को चिल्हर में समान बेच रहे हैं। ताकि वे भंडारण न कर सके। पान मसाला सामानों का दर जबरिया बड़ा दिया गया है। लोग मजबूरी में ज्यादा पैसे देकर खरीद रहे है। एक पान दुकान संचालक ने बताया कि जब थोक दुकान में समान खरीदने जा रहे तो हमे आधा समान ही दिया जा रहा है। सब को पूर्ति करना का हवाला भी दिया जा रहा। सारे सामानों का रेत भी बड़ा दिया गया है। ऐसे में ग्राहक हमको चार बाते सुना रहा है। थोक के व्यापारियों पर करवाई नहीं होने के कारण उनके हौसले बुलंद है। शहर में खुले आम पान मसाला सामानों की कालाबाजारी की जा रही है। जनहित में मुनाफाखोरी करने में जुटे व्यापारियों पर सख्त करवाई की आवश्यकता है।