क्‍या 18 साल की उम्र के बाद भी बढ़ाई जा सकती है लंबाई? जानें डायट और एक्सरसाइज से कैसे मिलती है मदद

अच्‍छी हाइट वाले लोग अलग से ही पहचान में आ जाते हैं। हमारा मानना है कि लंबाई केवल 18 साल की आयु तक ही बढ़ती है। कई रिसर्च में पाया गया है कि यदि आप अपनी डाइट और एक्‍सरसाइज सही रखते हैं तो आपकी हाइट एक फिक्‍स उम्र के बाद भी बढ़ सकती है।

किशोरावस्था के दौरान हम में से अधिकांश लोगों की लंबाई तेजी से बढ़ती है। लेकिन वयस्क होने के बाद क्या लंबाई बढ़ाना संभव है? आमतौर पर यह कहा जाता है कि किशोरावस्था के बाद लंबाई बढ़ना संभव नहीं है। अब सवाल यह उठता है कि 18 वर्ष के बाद लंबाई बढ़ सकती है? क्या पोषक तत्व और वर्कआउट लंबाई बढ़ाने में मदद करते हैं? यदि आप इसका जवाब जानना चाहते हैं, आइए जानते हैं क्या है सच्चाई।

​लंबाई कैसे निर्धारित होती है?

लंबाई आमतौर पर आनुवांशिक संरचना पर निर्भर करती है। मतलब आप कितने छोटे या लंबे होंगे, यह आपके माता-पिता की लंबाई से निर्धारित होता है। कई स्टडी से यह पता चलता है कि बच्चे लंबाई अपने माता-पिता से प्राप्त करते हैं।

किशोरावस्था के बाद ग्रोथ प्लेट के कारण लंबाई रुक जाती है। दरअसल, इस उम्र में पहुंचने के बाद हार्मोन में परिवर्तन के कारण ओपन ग्रोथ प्लेट रुक जाती है। इसके कारण लड़कियों की लंबाई 16 वर्ष और लड़कों की लंबाई 14 से 18 वर्ष के दौरान ही बढ़ती है।

इसके अलावा कार्टिलेज डैमेज होने या रीढ़ की हड्डी छोटी होने के कारण भी लंबाई रुक जाती है। खानपान की आदत, पर्यावरणीय कारक और शारीरिक गतिविधियां भी लंबाई को प्रभावित करती हैं। (फोटो साभार: istock by getty images)

​किशोरावस्था में लंबाई कैसे बढ़ाएं

अच्छी लंबाई के लिए स्वस्थ आहार लेना बहुत जरूरी है। अपने भोजन में कैल्शियम, विटामिन बी 12, और विटामिन डी जैसे जरूरी पोषक तत्व पर्याप्त मात्रा में शामिल करना चाहिए। इसके अलावा प्रोटीन का सेवन भी लंबाई बढ़ाने में बहुत मदद करती है।

​पर्याप्त नींद

लंबाई बढ़ाने में नींद की भूमिका भी होती है। इसलिए नींद को हल्के में नहीं लेना चाहिए। एक रिसर्च में पाया गया है, नींद के दौरान कई फंक्शन ग्रोथ पैटर्न पर प्रभाव डालते हैं। स्लीप एप्निया होने या हार्मोन का स्तर कम होने से शारीरिक विकास रुक जाता है।

बहुत सारी स्टडी में यह भी पाया गया है कि प्रेग्नेंसी के दौरान माता के धूम्रपान करने की आदत से भ्रूण का विकास प्रभावित होता है। इससे किशोरावस्था में बच्चे की हड्डियों का घनत्व कम हो जाता है।

​फिजिकल एक्टिविटी

शुरुआत के वर्षों से ही किशोरों की शारीरिक गतिविधियों पर ध्यान देना चाहिए। रोजाना 45 मिनट तक स्पोर्ट्स, वर्कआउट और साधारण से एरोबिक एक्टिविटी करने से भी बहुत फायदा मिलता है। इससे न केवल लंबाई बढ़ती है बल्कि सेहत भी अच्छी रहती है।

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