ज्योतिष और रत्न शास्त्र में हर रत्न को किसी न किसी ग्रह से जोड़ा गया है. जिस किसी की राशि में अगर ग्रह की स्थिति कमजोर होती है तो उन्हें उसके मुताबिक रत्न धारण करने के लिए कहा जाता है. मोती की बात करें तो इसे चंद्रमा से जोड़कर देखा जाता है. ऐसे में आइए
सावन का महीना हिन्दुओं के लिए सबसे पवित्र महीना माना जाता है. वेद और पुराणों में सावन के महीने को खास महत्व दिया गया है. इस महीने सच्चे मन से भगवान शिव की भक्ती करने वाले भक्तों को निश्चित रूप से शुभ फल मिलते हैं. धर्म शास्त्रों में स्पष्ट लिखा है कि इस महीने में
अपने घरों में सजावट के लिए लोग मनी प्लांट का पौधा लगाते हैं. इसकी पत्तियां देखने में काफी सुंदर होती हैं. इसी वजह से लोग बालकनी या कमरे में मनी प्लांट के पौधे लगाते हैं. इस पौधे की एक खासियत ये भी है कि ये मिट्टी और पानी दोनों में ही हो सकता है. सुंदरता
आज 26 जुलाई 2022, मंगलवार को सावन महीने का दूसरा मंगला गौरी व्रत रखा जा रहा है. यह व्रत कुंवारी लड़कियों और सुहागिनों के लिए बहुत शुभ माना गया है. उस पर आज सावन शिवरात्रि का बेहद शुभ संयोग भी होने से इस व्रत का महत्व और भी बढ़ गया है. इसके अलावा दूसरे मंगला
हनुमान जी ने सीता जी के सामने जब प्रभु राम की दी हुई अंगूठी गिराई तो उन्होंने उसे अपने हाथों में लिया और पहचान कर विचार करने लगीं कि ऐसी अंगूठी माया से रची नहीं जा सकती है. फिर श्री रघुनाथ जी तो अजेय हैं जिन्हें हरा कर कोई यह अंगूठी प्राप्त नहीं कर सकता.
रत्न पहनना कई फायदे दिलाता है. नौकरी, व्यापार, रिश्तों, पैसों, सेहत आदि में लाभ के लिए रत्न धारण किए जाते हैं. ज्योतिष की शाख रत्न शास्त्र या जेमोलॉजी में जीवन की कई समस्याओं से राहत पाने के तरीके सुझाए गए हैं. इसमें हर समस्या के लिए कोई न कोई रत्न सुझाया गया है. इन रत्नों
सामुद्रिक शास्त्र में शरीर के विभिन्न अंगों की बनावट के आधार पर व्यक्ति की पर्सनालिटी और भविष्य के बारे में बताया गया है. इसमें हाथ की उंगलियां भी शामिल हैं. किसी भी व्यक्ति की हाथ की उंगलियों के जरिए उसके स्वभाव और भविष्य के बारे में काफी कुछ जान सकते हैं. यह भी ज्योतिष की
ज्योतिष शास्त्र में धन की देवी मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के कई उपाय बताए गए हैं. इनमें से कुछ उपाय तो बेहद ताकतवर हैं, जिन्हें करते ही व्यक्ति की आर्थिक स्थिति में सुधार आने लगता है. इन उपायों में कुछ मंत्र जाप भी शामिल हैं. आज हम कुछ ऐसे ही लक्ष्मी मंत्रों के बारे
रावण के पुत्र प्रहस्त और पत्नी मंदोदरी ने उसे समझाने का बहुत प्रयास किया कि सीता को वापस कर युद्ध से बचा जा सकता है किंतु रावण पर इन बातों का कोई प्रभाव नहीं पड़ा. वह अपनी शक्ति को निहारते हुए महल पहुंचा. साथ ही सारे तनाव को भूलने के लिए महफिल में पहुंचा जहां
ज्योतिष शास्त्र में केवल राशि के आधार पर भी व्यक्ति के बारे में कई बातें बताई गई हैं. इससे किसी भी व्यक्ति के व्यक्तित्व के छिपे-अनछिपे पहलुओं को जाना जा सकता है. हर राशि का कोई न कोई स्वामी ग्रह होता है और उसका असर उस राशि के जातकों की पर्सनालिटी पर साफ नजर आता
सावन महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को नाग पंचमी मनाई जाती है. इस दिन नाग देवता की पूजा की जाती है. साल 2022 में नाग पंचमी का पर्व 2 अगस्त 2022, मंगलवार को मनाया जाएगा. देश-दुनिया में नागों से जुड़े कई तथ्य प्रचलित हैं और यह रेंगने वाले जीवों की एक ऐसी प्रजाति
जुलाई के इसी सप्ताह में सूर्य देव कर्क राशि में प्रवेश करने जा रहे हैं. 16 जुलाई की रात को सूर्य कर्क राशि में प्रवेश करेंगे. कर्क राशि के स्वामी चंद्रमा हैं और सूर्य का चंद्रमा के घर में प्रवेश विभिन्न राशियों पर अलग-अलग प्रभाव डालता है. इस लेख में मीन राशि पर पड़ने वाले
सावन महीने को हिंदू धर्म में बेहद पवित्र महीना माना गया है. भगवान शिव की कृपा पाने के लिए यह महीना सर्वश्रेष्ठ है. 14 जुलाई 2022 से सावन मास शुरू हो रहा है. इसे श्रावण मास भी कहते हैं. भगवान शिव के इस प्रिय महीने में विधि-विधान से पूजा करना चाहिए. ऐसा करने से भोलेनाथ
आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष में पूर्णिमा तिथि को गुरु पूर्णिमा मनाई जाती है, 13 जुलाई 2022 को गुरु पूजन का विधान है. जीवन में ज्ञान का साक्षात्कार करा के जीवन में सुख, संपन्नता, विवेक, सहिष्णुता की प्राप्ति गुरु की कृपा से ही होती है. इस दिन गुरु की वंदना और अभिवादन किया जाता है.
शनि इस समय कुंभ राशि में हैं और वक्री स्थिति में हैं. वक्री चाल चलते हुए अब शनि मकर राशि में प्रवेश करेंगे. कल यानी कि 12 जुलाई 2022 को वक्री शनि का मकर राशि में गोचर सभी 12 राशियों पर बड़ा असर डालेगा. इनमें से 5 राशि वालों के लिए यह समय विशेष तौर
ज्योतिष के अनुसार कुछ खास राशियों के लोग बेहद लकी होते हैं. इन लोगों को अपने जीवन में सारी चीजें आसानी से मिल जाती हैं. वे सुख-सुविधा पूर्ण जीवन जाते हैं. अपार धन-दौलत के मालिक बनते हैं और खूब ख्याति भी पाते हैं. कुल मिलाकर वे अपने जीवन पद-पैसा-प्रतिष्ठा सब कुछ पाते हैं. ये लोग
हिंदू धर्म में गुरु पूर्णिमा का पर्व विशेष महत्व रखता है. कहते हैं कि धरती पर गुरु ईश्वर समान होते हैं. आषाढ़ मास की पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा का पर्व मनाया जाता है. इस साल हुरु पूर्णिमा 13 जुलाई की पड़ रही है. इस साल गुरु पूर्णिमा पर त्रिग्रही योग सूर्य, बुध और शुक्र ग्रह
श्रावण मास शुरू होने में अब कुछ दिन ही बचे हैं, इस माह में भगवान मृत्युंजय यानी भोले शंकर की आराधना की जाती है. शिव जी भक्तों पर बहुत कृपालु होते हैं इसलिए उनकी पूजा अर्चना करने के भी बहुत से तरीके हैं. आज इस लेख में हम एक ऐसे महामंत्र के बारे में बताएंगे
नाम कमाने के लिए मेहनत करनी पड़ती है. लेकिन कुछ लोगों को यह सब आसानी से मिल जाता है तो कुछ लोग बहुत संघर्ष करके भी मनमाफिक पैसा नहीं कमा पाते हैं. इसके पीछे व्यक्ति की किस्मत का बड़ा योगदान होता है. यदि मेहनत करने के बाद भी आपको मनमाफिक पैसा नहीं मिल पा रहा
सावन मास को सभी हिंदू महीनों में सबसे ज्यादा पवित्र माना गया है. यह महीना भगवान शिव को समर्पित है. इसी महीने से संसार को चलाने वाले भगवान विष्णु 4 महीने के लिए निद्रालीन हो जाते हैं. तब भगवान शिव सृष्टि का संचालन संभालते हैं. सावन महीने में भोलेनाथ की पूजा का बहुत महत्व है.