धार्मिक ग्रंथों में हर दिन का विशेष महत्व बताया गया है. बुधवार का दिन प्रथम पूजनीय गणेश जी और मां दुर्गा को समर्पित है. मान्यता है कि बुधवार के दिन विधि-विधान से गणेश जी और मां दुर्गा की पूजा करने से व्यक्ति को आर्थिक और पारिवारिक समस्याओं से छुटकारा मिलता है. साथ ही, व्यक्ति को
भारतीय संस्कृति में वास्तु शास्त्र का बहुत महत्व बताया गया है. वास्तु के अनुसार घर का निर्माण करने और चीजें रखने से परिवार में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और नकारात्मक शक्तियां दूर भागती हैं. वास्तु में बताया गया है कि हमें घर के अंदर 3 चीजें भूलकर भी गलत दिशा में नहीं रखनी
अंक ज्योतिष में हर मूलांक के जातकों की विशेषताओं के बारे में बताया गया है. इन्हीं विशेषताओं के दम पर उनकी पर्सनालिटी आकार लेती है और काफी हद तक उनका भविष्य भी तय होता है. यही वजह है कि कुछ लोग आसानी से सफल हो जाते हैं, वहीं कुछ लोगों को सफलता के लिए बहुत
आषाढ़ अमावस्या को हलहारिणी अमावस्या भी कहते हैं. इस दिन किसान अपने कृषि उपकरणों की पूजा करते हैं, साथ ही फसलों की बुवाई की शुरुआत करते हैं. इस साल आषाढ़ अमावस्या को लेकर संशय है कि यह 28 जून को है या 29 जून है. हिंदू पंचांग के मुताबिक आषाढ़ मास की अमावस्या यानी हलहारिणी
भगवान शिव का प्रिय महीना सावन 14 जुलाई से शुरू होने जा रहा है. इस महीने से ही चातुर्मास शुरू होता है. साल का यह समय पूजा-पाठ, तप-साधना के लिए सबसे ज्यादा महत्पवूर्ण माना गया है. इस महीने में भोलेनाथ की पूजा-अर्चना, अभिषेक करने से सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. इस साल सावन का महीना
जीवन जीने का मकसद होना जरूरी है, वरना व्यक्ति दिशाहीन हो जाता है. अच्छे सफल-सुखी जीवन के लिए अच्छी आदतें और अच्छे कर्म करना जरूरी है. महान कूटनीतिज्ञ, अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ और मार्गदर्शक आचार्य चाणक्य ने अपने नीति शास्त्र में लिखा है कि हर व्यक्ति को अपने जीवन में कुछ अच्छे काम जरूर करना चाहिए, साथ
भगवान जगन्नाथ जी की द्वादश यात्राओं में गुंडिचा यात्रा सबसे मुख्य है. इसी गुंडिचा मंदिर में विश्वकर्मा जी ने भगवान जगन्नाथ, बलभद्र जी तथा सुभद्रा जी की दारु प्रतिमाएं बनाई थीं. महाराज इन्द्रद्युम्न ने इन्हीं मूर्तियों को प्रतिष्ठित किया था, इसीलिए गुंडिचा मंदिर को ब्रह्मलोक या जनकपुर भी कहते हैं. गुंडिचा मंदिर में यात्रा के
आपके घर की रसोई में हल्दी का इस्तेमाल जरूर होता है. हल्दी न सिर्फ सब्जी का रंग बदलती है साथ ही इसको खाने से कई बीमारियों से भी बचाव होता है. लेकिन क्या आपको पता है कि घर में हल्दी का पौधा लगाना शुभ माना जाता है. हल्दी पूजन सामग्री की एक जरूरी चीज है.
मंगल ग्रह को लाल ग्रह के नाम से जाना जाता है. मंगल ग्रह 27 जून को अपनी ही राशि मेष में प्रवेश कर जाएंगे. मंगल के इस राशि परिवर्तन का प्रभाव वैसे तो सभी 12 राशियों के जातकों के जीवन पर देखने को मिलेगा. लेकिन कुछ राशियों को इसका जबरदस्त लाभ होने वाला है. बता
राहु ने 29 अप्रैल को राशि गोचर किया था. राहु ने 18 साल 7 महीने बाद 12 अप्रैल 2022 को मेष राशि में प्रवेश किया था और आज 14 जून को राहु नक्षत्र परिवर्तन कर रहे हैं. वे अगले करीब 8 महीनों तक इसी नक्षत्र में रहेंगे. भरणी नक्षत्र के स्वामी शुक्र हैं और वे
ओडिशाा स्थित पुरी की जगन्नाथ रथ यात्रा बेहद मशहूर है. वैसे तो देश के कई हिस्सों में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा बड़ी धूमधाम से निकलती हैं लेकिन ओडिशा में इसकी धूम देखने लायक होती है. आज ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन भगवान जगन्नाथ, बहन सुभद्रा व बड़े भाई बलदाऊ का विधि-विधान से स्नान कराया जाएगा.
वट पूर्णिमा व्रत इस साल 14 जून 2022, मंगलवार को रखा जाएगा. इस दिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए बरगद के पेड़ की पूजा करती हैं. बरगद के पेड़ में त्रिदेव यानी कि ब्रह्मा, विष्णु, महेश का वास होता है. साथ ही बरगद के पेड़ की पूजा करने से मां लक्ष्मी भी
ज्योतिष में सूर्य को सबसे अहम ग्रह माना गया है. सूर्य एक महीने में राशि बदलते हैं. वे पिता, सफलता, सरकारी नौकरी, राजनीति, सेहत, सम्मान और आत्मविश्वास के कारक हैं. यदि कुंडली में सूर्य मजबूत हो तो जातक करियर में खूब सफलता पाता है. उसकी सेहत अच्छी होती है और खूब नाम कमाता है. उस
10 जून को निर्जला एकादशी का व्रत रखा जाएगा. इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है. साथ ही आज 10 जून 2022 को शुक्रवार भी है. शुक्रवार का दिन मां लक्ष्मी को समर्पित है और इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा करना विशेष फल देता है. ऐसे में 10 जून,
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हर ग्रह जीवन के किसी न किसी पहलू से संबंधित है और उस पर प्रभावी असर डालता है. ग्रह जब भी राशि परिवर्तन करता है, टेढ़ी या सीधी चाल चलता, अस्त या उदित होता है तो इसका असर सभी राशियों पर पड़ता है. बुध भी एक प्रमुख ग्रह है और इसक
पैसों की तंगी के पीछे कई कारण हो सकते हैं, इसमें वास्तु दोष भी जिम्मेदार हैं. वास्तु शास्त्र में पर्स या वॉलेट से जुड़े वास्तु दोषों के बारे में बताया गया है, जिनकी अनदेखी व्यक्ति को धीरे-धीरे कंगाली की ओर ले जाती है. व्यक्ति अच्छा-खासा कमाकर भी पैसों की तंगी का शिकार बना रहता है.
गंगा दशहरा ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाता है. इस दिन गंगा नदी धरती पर अवतरित हुई थीं. इस साल 9 जून को गंगा दशहरा मनाया जाएगा. मान्ध्यता है कि गंगा नदी में स्नान करने से सारे पाप धुल जाते हैं. गंगा नदी की पवित्रता व्यक्ति के सारे पाप धो
किसी भी बच्चे को आप पूरी तरह से अपने सांचे में नहीं ढाल सकते हैं, लेकिन उनकी राशि के जरिए उनके स्वभाव और आदतों से जुड़ी कुछ बुनियादी बातें जानकर उनकी कमियों को दूर कर सकते हैं. हम लोग मकर लग्न या राशि वाले बच्चों के मनोविज्ञान को समझते हैं. मकर वाले बच्चों के अंदर
बुधवार का दिन गणेश जी की पूजा को समर्पित है. हिंदू धर्म में गणेश पूजा का विशेष महत्व है. कोई भी शुभ कार्य की शुरुआत गणेश पूजन से होती है. कहते हैं कि गणेश जी की पूजा से व्यक्ति का हर बड़ा संकट टल जाता है. बप्पा को विघ्नकर्ता और विघ्नहर्ता दोनों ही नामों से
संकटमोचक हनुमान की कृपा पाने के लिए ज्येष्ठ महीना उत्तम होता है. हनुमान जी को ज्येष्ठ महीना बहुत प्रिय है. इस महीने में पड़ने वाले सारे मंगलवार को बुढ़वा मंगल या बड़ा मंगल कहते हैं. साल 2022 के ज्येष्ठ महीने को लेकर खास बात यह है कि इस महीने में 5 बड़ा मंगल पड़ रहे