क्या आप भी कोलेस्ट्रॉल बढ़ने की समस्या से परेशान हैं। अगर हां, तो इसका सबसे बड़ा कारण आपका आहार हो सकता है। अस्वस्थ आहार से खून में एलडीएल कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ जाता है, जिससे हृदय रोग, हाई ब्लड प्रेशर, किडनी फेलियर, मोटापा, डायबिटीज जैसी प्रॉब्लम भी क्रिएट होने लगती हैं। कोलेस्ट्रॉल लेवल हमेशा ठीक बना रहे, इसके लिए आपको अपने खान-पान पर सबसे पहले ध्यान देना होगा।
हाई कोलेस्ट्रॉल आज के समय की बड़ी समस्याओं में से एक है। 10 में से 8 लोग इसका सामना कर रहे हैं। ये समस्या कितनी खतरनाक है आप सोच भी नहीं सकते। हाई कोलेस्ट्रॉल होने से हार्ट अटैक का खतरा सबसे ज्यादा रहता है। जिन लोगों के आहार में सैचुरेटिड फैट की मात्रा अधिक हो, या फिर ट्रांसफैट में तले हुए उत्पादों का ज्यादा सेवन करते हों, तो बैड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा खून में बढ़ जाती है। यहां हम आपको 5 ऐसे डाइट रूल्स बता रहे हैं, जिन्हें फॉलो कर आप कोलेस्ट्रॉल को आसानी से कम कर पाएंगे।
कोलेस्ट्रॉल को प्राकृतिक रूप से कैसे कम कर सकते हैं-

आज हम पैक्ड और फ्राइड फूड को इतनी तवज्जो दे रहे हैं, ये उसका ही नतीजा है कि हर दूसरा व्यक्ति हाई कोलेस्ट्रॉल से पीडित है और हाई कोलेस्ट्रॉल हार्ट अटैक और कोरोनरी हार्ट डिसीज के मुख्य वजहों में से एक है। ऐसे में हर किसी को पैक्ड व प्रोसेस्ड फूड, चॉकलेट , तले हुए खाद्य पदार्थों का सीमित सेवन करना चाहिए।
इंद्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटल के इंटरनल मेडिसिन सीनियर कंसल्टेंट तरूण साहनी के अनुसार, कोलेस्ट्रॉल को प्राकृतिक रूप से भी कम किया जा सकता है। ऐसे बहुत से सुपर फूड्स हैं, जिन्हें कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने के लिए दैनिक आहार में लेने की जरूरत होती है।
साबुत अनाज का सेवन बढ़ाएं

बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल पर कंट्रोल करने का एक तरीका है साबुत अनाज । इसमें फाइबर और अन्य पोषक तत्व बहुत अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं, जिससे न केवल ब्लड प्रेशर नियंत्रण में रहता है, बल्कि हृदय को स्वस्थ बनाए रखने में भी मदद मिलती है।
ओट्स और बार्ले का सेवन फायदेमंद

जई और जौ ये दोनों ही कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने को रोक सकते हैं। ये दोनों ही एक तरह के फाइबर से भरपूर हैं, जिन्हें बीटा ग्लूकॉन कहा जाता है। विशेषज्ञ बताते हैं कि एक स्वस्थ आहार के रूप में रोजाना 3 ग्राम बीटा ग्लूटेन कोलेस्ट्रॉल मे कमी लाता है।
जब आप बीटा-ग्लूटेन खाते हैं, तो यह एक जेल का निर्माण कर आंतों में कोलेस्ट्रॉल युक्त पित्त एसिड को रोके रखता है। इससे आपके ब्लड में आंत से अवशोषित कोलेस्ट्रॉल की मात्रा सीमित हो जाती है। कई बार लिवर को ज्यादा पित्त यानी बाइल बनाने के लिए ब्लड से ज्यादा कोलेस्ट्रॉल लेना पड़ता है, जिससे खून में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा कम होने लगती है।
कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए खाएं मेवा

मेवा खाकर भी कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम किया जा सकता है। दरअसल, मेवा में अनसैचुरेटेड फैट ज्यादा और सैचुरेटेड फैट फैट कम होता है। इन दोनों का ही मिश्रण कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रण में रखने में मदद करता है। नट्स में फाइबर होने के कारण ये आंत से रक्त प्रवाह में अवशोषित होने वाले कुछ कोलेस्ट्रॉल को अवरुद्ध करने में सहायक है।
फल और सब्जियां खाएं

फल और सब्जियां स्वास्थ्य के लिए कितनी जरूरी है, बताने की जरूरत नहीं है। लेकिन ये आपके कोलेस्ट्रॉल को कम करने में कितनी फायदेमंद साबित होती है, ये आपको नहीं पता होगा। दरअसल, ज्यादातर फल और सब्जियां कुछ प्रकार के फाइबर से भरपूर होती हैं। यह फाइबर कोलेस्ट्रॉल को आंतों से रक्त प्रवाह में अवशोषित होने से रोकने में मदद करता है। दालें, मटर, मसूर , सेम में सबसे ज्यादा फाइबर पाया जाता है। शकरकंद, भिंडी, ब्रोकोली,सेब और स्ट्रॉबेरी भी अच्छे विकल्प हैं।
रोजाना अंडे खाएं

लो फैट प्रोटीन का नियमित सेवन आपके कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने का अन्य तरीका है। लीन मीट मछली, कम वसा वाले डेयरी आइटम, सोयाबीन, अखरोट, ओमेगा-3 और अंडों में प्रोटीन भरपूर मात्रा में होता है।
हेल्दी ऑयल में पकाएं खाना

कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने का मुख्य कारण है अस्वस्थ तेल का सेवन । लेकिन अब आपको इस आदत को छोड़ना होगा और अपने आहार में जैतून या सरसों का तेल शामिल करना होगा। इन तेलों में अनसैचुरेटेड फैट होता है, जिससे बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करना आसान हो जाता है। बता दें कि कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने का मतलब अनहेल्दी फैट पर अंकुश लगाना है। इसलिए अगर आप कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से परेशान हैं, तो पनीर, मक्खन, रिफाइंड तेलों का सेवन कम से कम करना होगा।
बढ़ता कोलेस्ट्रॉल आपके लिए खतरे की घंटी हो सकता है। ऐसे में इसे समय रहते कंट्रोल कर लेना चाहिए। अपने भोजन में सैचुरेटेड फैट से भरपूर चीजों का सेवन कम से कम करें।