प्रति एकड़ 20 क्विंटल धान समर्थन मूल्य में खरीदने की घोषणा का कांग्रेस ने मुख्यमंत्री का किया स्वागत
बिलासपुर. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा प्रति एकड़ 20 क्विंटल धान समर्थन मूल्य में खरीदने की घोषणा का कांग्रेस ने स्वागत करते हुए किसानों की हित मे बड़ा फैसला बताया और कहा कि एक किसान ही किसान की मेहनत और तपस्या को समझ सकता है ,इसके लिये मुख्यमंत्री की जितनी प्रसंशा की जाए कम है।
अपैक्स बैंक अध्यक्ष बैजनाथ चन्द्राकर, प्रदेश महामंत्री अर्जुन तिवारी,शहर अध्यक्ष विजय पांडेय, ज़िला अध्यक्ष विजय केशरवानी ,शहर प्रवक्ता ऋषि पांडेय ने विज्ञप्ति जारी कर बताया कि मुख्यमंत्री माननीय भूपेश बघेल जी ने ” जो कहा ,वह किया ” , मुख्यमंत्री बनने के बाद भूपेश बघेल जी ने 2018 के चुनावी घोषणा पत्र को लागू करते हुए पहला काम किसानों की ऋण माफी और किसानों के उत्पादन का प्रति एकड़ 15 क्विंटल धान को 2500 समर्थन मूल्य में खरीदना की घोषणा की , किसानों से रिकॉर्ड धान खरीदा , इस वर्ष 107 लाख मीट्रिक टन धान ,24 लाख किसानों से लिया गया है ,जिससे छत्तीसगढ़ किसानों की आर्थिक स्थिति में उत्तरोत्तर सुधार हुआ ,आज छत्तीसगढ़ का किसान खुशहाल और सम्पन्न है ,यही कारण है कि कोरोना जैसे महामारी में भी छत्तीसगढ़ के किसान को आर्थिक समस्याओ से जूझना नही पड़ा और उनका क्रय शक्ति बनी रही , कांग्रेस ने कहा माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा प्रति एकड़ 20 क्विंटल धान खरीदने की घोषणा छत्तीसगढ़ के किसानों के लिए नई सौगात है ,जिससे कृषको की क्रय क्षमता बढ़ने के साथ साथ व्यापार भी बढ़ेगा, जो छत्तीसगढ़ के विकास में अहम भूमिका होगी ।
कांग्रेस ने कहा कि भाजपा सरकार ने छत्तीसगढ़ की जनता को 2100 समर्थन मूल्य और 300 बोनस का वादा कर मुकर गई थी ,जबकि केंद्र की मोदी सरकार ने 2500 समर्थन मूल्य का विरोध कर रही थी और छत्तीसगढ़ के भाजपा नेता जो अपने आपको किसान हितैषी बताने में लगे रहते है , प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से किसानों के हित मे बोलने तक कि हिम्मत नही जुटा पाये ,जो भाजपा के करनी और कथनी को बताता है ,भाजपा केवल भावनात्मक राजनीति करती है और वोट लेकर सत्ता सुख पाती है ,उसे जनता के हित और विकास से कोई सरोकार नही रहता , कांग्रेस ने कहा कि अब तक भूपेश सरकार की योजनाएं और निर्णय ग्रामीण जन जीवन की सुदृणता और विकास को लेकर किये गए ,” नरवा -गरुवा- घुरवा अऊ बारी ” गौधन न्याय योजना, भूमिहीन कृषि मजदूर , वनोत्पाद का समर्थन मूल्य में खरीदना,वन भूमि पट्टा , जैसे योजनाएं क्रियान्वित है ।