कोरोना महामारी ने देश की आर्थिक, सामाजिक एंव सांस्कृतिक परिस्थितियों को बदला : प्रो. अखिलेश
बिलासपुर. अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय के आंतरिक गुणवक्ता एवं आश्वासन प्रकोष्ठ तथा वाणिज्य और वित्तीय अध्ययन विभाग के तत्वाधान में अयोजित राष्ट्रीय वेबिनार सीरीज मंगलवार को अंतिम सत्र होटल प्रबंधन और आतिथ्य विभाग के सहयोग के साथ ही संपन्न हो गई। इस संपूर्ण वेबिनार सीरीज का विषय बहुत ही व्यापक एवं भारत के विकास के लिए नितांत ही प्रासंगिक था। इस राष्ट्रीय स्तर के वेबिनार सीरीज का विषय ‘‘बजट-2022’’ था। छः दिवसीय वेबिनार सिरीज में कुल छः सत्रों को संबोधित किया गया जिसमें भारते के बजट-2022 में निहित अलग-अलग विषयों को सम्मिलित किया गया। संपूर्ण वेबिनार सीरीज में सभी सत्रों को अलग-अगल वक्ताओं द्वारा सम्बोधित किया गया। इस श्रृंखला के अंतिम सत्र में मुख्य अतिथि प्रोफेसर सुरेन्द्र मोर तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रो. एम.जे.पी. (विभागाध्यक्ष-अर्थशास्त्र) रोहिलखंड विश्वविद्यालय बरेली एवं प्रो. आशुतोष प्रिय जी उपस्थित रहें। कार्यक्रम के विशेष अतिथि प्रो. अखिलेश मिश्रा जी ने सत्र का संबोधन करते हुए कहा की सबसे बड़ी देखने वाली बात यह की यह बजट किन परिस्थितियों में लाया गया। साथ ही इंटरनेशलन माइग्रेशन और इमीग्रेशन पर अपने विचार प्रकट और कहा की देश में कोरोना महामारी देश की आर्थिक, सामाजिक एंव सांस्कृतिक परिस्थितियों को बदला है। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि प्र्रो. आशुतोष ने बताया की देश में किस प्रकार के गुणवक्ता पूर्ण शिक्षा की आवश्यकता है तथा कौशल विकास में और कितने अधिक काम किये जा सकते है। इसके साथ ही उन्होने डिज्टिल बैंकिंग की बात रखी और सरकार के कोरोना महामारी के दौरान विभिन्न स्वास्थ केन्द्रों के खोले जाने की सराहना की। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एवं वक्ता प्रो. सुरेन्द्र मोर जी ने बताया की यह बजट भविष्योंमुखी हे। देश में पर्यावरण संरक्षण हेतु विभिन्न नवीन योजनाओं पर कार्य किया जाना आवश्यक है। स्वच्छ हवा, रोशनी, स्वच्छता इसके लिए इस बार के बजट में किये ये प्रावधानों में वृद्धि होने की अपेक्षा रखी। कार्यक्रम के अध्यक्ष एवं विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य अरूण दिवाकर नाथ वाजपेयी ने अपने वक्तव्य में सभी अतिथियों के सत्र संबोधन पर धन्यवाद ज्ञापित किया और कहा की घरेलू बचत को बढाये जाने की आवश्यकता है, हमारे देश की संस्कृति, बचत एवं मितव्ययिता पर आधारित ह। यह देखने की आवश्यकता है कि आय में असमानता को कैसे दूर किया जा सकता हे। इसके पश्चात् आयोजन समीति से पूजा पाण्डेय(विभाग प्रमुख-वाणिज्य), गौरव साहू(कार्यक्रम अधिकारी-एनएसएस), डाॅ. सुमोना भट्टाचार्या (समन्वयक-आईक्यूएसी), हामीद अब्दूल्ला (विभाग प्रमुख – होटल प्रबंधन) एंव हैरी जार्ज (सहा. प्रा.-होटल प्रबंधन) ने सत्र में उपस्थित एवं आभासी माध्यम से जुडे़ सभी द्वारा व्यक्तियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया। कुलपति ने विशेष रूप से आयोजन समिति एवं तकनीकि समिति का धन्यवाद किया की उनके अथक प्रयासों एवं लगन से ही यह कार्यक्रम सफल हो पाया।