निगम का अतिक्रमण अमला कबाड़ से जुगाड़ पर तो भवन शाखा अवैध निर्माण के नोटिस से कर रहा खेल
बिलासपुर. निगम अमले की कार्यप्रणाली पूरी तरह से संदेह के घेरे में आ चुकी है। भवन निर्माण शाखा का अमला अवैध निर्माण के नाम पर वसूली कर रहा है तो वहीं अतिक्रमण अमले के कुछ कर्मचारी कबाड़ कार्रवाई के नाम पर जब्ती का कबाड़ बेच रहे हैं। आप खुद देखिए कैसे कबाड़ कारोबारी अपने रिक्शे पर भरकर कपड़े की दुकानों से जब्त प्लास्टिक के डमी (पुतले)और नल के पाइप व अन्य सामान को ले जा रहा और कैसे रास्ते में इसे बेचने के लिए सौदा कर रहा है। ये तस्वीर सोमवार को दोपहर करीब 12.30 बजे दयालबंद -लिंगियाडीह रोड पर लिंगियाडीह स्कूल के ठीक पहले की है, कबाड़ कारोबारी का रिक्शा चालक रिक्श्ो में नल का पाइप, लोहे का सामान और दुकानों से कार्रवाई के नाम पर जब्त डमी को लेकर शहर की दुकान से राजकिशोर नगर के गोदाम ले जा रहा है। रास्ते में लिंगियाडीह स्कूल के ठीक पहले एक कारोबारी ने रिक्शा चालक को रोका और उससे जब्ती डमी को खरीदने के लिए सौदा करने लगा। खरीदने की बात कहा तो रिक्शा चालक ने वहीं सड़क पर डमी की दुकान लगा दी। उसने खरीददार को सड़क पर ही डमी को उतार स्टैंड में खड़े करके दिखाया जिससे वह लेने को तैयार हो गया। खरीददार ने रिक्शा चालक से कहा कि वह उसे उसके जबड़ापारा स्थित निवास पर पहुंचा दे तो उसने इनकार कर दिया। रिक्शा चालक ने कहा कि वह राजकिशोर नगर स्थित गोदाम जा रहा है इसलिए डमी को जबड़ापारा छोड़ने नहीं जा सकता। आप आटो कर ले जाएं। खरीददार ने कहा कि वह जितने का डमी खरीदेगा उतना तो ऑटो का किराया लग जाएगा। चन्दन केसरी के संवाददाता ने जब रिक्शा चालक से पूछा कि ये कबाड़ वह कहां से ला रहा है तब उसने कहा कि उसके मालिक ने खरीदा है इसलिए उसे इसकी जानकारी नहीं है वह तो दुकान से राजकिशोर नगर के गोदाम में छोड़ने जा रहा है। दुकान का पता पूछने पर उसने नहीं बताया।
और भवन शाखा में भी हो रही वसूली
नगर निगम के भवन शाखा में भी जमकर वसूली हो रही है, निगम के भवन शाखा के स्टाफ ने अपने आदमी लगा रख्ो हैं जो घूम-घूमकर निर्माणकर्ताओं के पास जाकर अनुमति दिखाने कहते हैं और मनमाफिक रकम मिलने पर सब संभाल लेने का दावा कर लौट आते हैं। हाल ही में शनिचरी बाजार में जयस्तंभ के बाउंड्रीवाल से लगे 5 फीट की गली में बिना अनुमति दो मंजिला चार दुकानें तन गई जबकि यहां से चंद कदम की दूरी पर देवकीनंदन औषधालय में निगम का जोनल कार्यालय है। मामला सामने आने के बाद निगम के सहायक भवन शाखा अधिकारी सुरेश शर्मा ने कहा कि उनके विभाग से नहीं बाजार विभाग से अनुमति दी गई होगी तो जानकारी नहीं है, फिर कहा कि निर्माण बिना अनुमति के कराया गया है इसलिए चारों अवैध निर्माणकर्ताओं को नोटिस जारी किया गया है, पर वे ये तक नहीं बता सके कि कौन चार अवैध निर्माणकता हैं जिन्हें नोटिस जारी किया गया है।
अतिक्रमण शाखा ने 80 हजार का बेचा था कबाड़
नगर निगम के अतिक्रमण शाखा में जब्त सामान का कोई हिसाब-किताब ही नहीं है। यही वजह है कि जब्ती के माल को गोदाम में रखकर 8-10 दिन तक इंतजार किया जाता है। यहां ड्यूटीरत सुपरवाइजर देर रात तक हवाई धरना के मंच पर बैठकर कारोबारियों का रास्ता देखता है ताकि ले देकर उसे उसका सामान वापस कर दिया जाए। लागत से ज्यादा रकम बताने पर सौदा न होने पर जो सामान छूट जाता है वह कबाड़ी के पास बेच दिया जाता है इसके पूर्व भी करीब दो-तीन माह पूर्व पंप हाउस और राघवेंद्र राव सभा भवन से जब्त कबाड़ को काऊ कैचर में भरकर मोपका गोठान ले जाने और फिर कबाड़ कारोबारी को बुलाकर वहां तराजू लगा 80 हजार का कबाड़ बेचने का मामला सामने आ चुका है। यह मामला तब सामने आया जब शाखा के गद्दीदारों ने पूरा पैसा हजम कर कर्मचारियों को 100-100 रुपए बांटा जिसे लेने से कुछ लोगों ने यह कहकर इंकार कर दिया कि मेहनत उन लोगों ने किया है बदले में 100 रुपए नहीं लेंगे ये भी तुम ही रख लो और इसको लेकर हल्ला मचा।
ट्रैक्टर तक बेच डाले निगम के
निगम के पंप हाउस से हाल ही में कबाड़ चोरी का मामला तब सामने आया जब शिकायत पर सिविल लाइन पुलिस ने पंप हाउस के पीछे कुदुदंड के युवाओं पर चोरी का संदेह कर उन्हें परेशान करना शुरू किया। इससे आक्रोशित युवाओं ने निगम आयुक्त और मेयर से कहा कि वे परिसर के सीसीटीवी फुटेज को चेक करा ले पता चल जाएगा कि चोर कौन है, निगम का माल और कौन चोरी करेगा निगम के कुछ कर्मचारी ही चोरी कर बेच रहे हैं। इसके पहले भी पोकलेन की चेन और ट्रैक्टर तथा टैंकर को बेचने का मामला सामने आ चुका है। दरअसल यहां के एक चर्चित स्टाफ ने निगम के टैंकर को एक ठेकेदार को बेच डाला ठेकेदार ने रंग रोगन कराया और अपने निर्माण कार्य में क्यूरिंग के लिए टेंकर को नगर निगम के पंप हाउस में पानी भरने के लिए भ्ोजा तो जलकार्य विभाग के स्टाफ ने टैंकर को पहचान लिया। स्टाफ ने कहा कि टैंकर तो निगम का है पर ठेकेदार ने रौब झाड़ते हुए इसे खरीदने की बात कही।
दो आवासीय परिसर के नक़्शे में तन गया कॉम्पलेक्स
नगर निगम का भवन शाखा शुरू से चर्चित रहा है, तभी तो तेलीपारा नंदू गैरेज के पीछे 7-8 फीट की गली में दो आवासीय नक़्शे की स्वीकृति पर 38 डबल मंजिला दुकानों का कॉप्लेक्स खड़ा हो गया पर न तो भवन शाखा के जिम्मेदार अफसरों पर कोई कार्रवाई की गई और न ही निर्माणकताã पर। इसी तरह अवैध निर्माण बताकर नेहरू नगर गण्ोश चौक पर जिस चार मंजिला भवन को तोड़ा गया वहां पता नहीं फिर कैसे सांठगांठ कर आधा दर्जन दुकानें तन गई कोई देखने वाला नहीं है अब कहा जा रहा है कि पहले आवासीय निर्माण का आवेदन तो था पर अनुमति नहीं दी गई थी इसलिए तोड़ा गया। अब व्यवसायिक निर्माण की अनुमति दी गई है। इसी तरह तोरवा चौक से तोरवा पुल के बीच सड़क किनारे बिना पार्किंग के 10 दुकानें खड़ी हो गई। कोरोना कॉल में राजकिशोर नगर के जोन कार्यालय के सामने बिना अनुमति के चार दुकानों का निर्माण हो गया पर आज तक किसी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई केवल नोटिस का खेल चल रहा है।
कमिश्नर से अनुमति होगी तोड़ने की कार्रवाई
शनिचरी में अवैध निर्माण मामले में क्या कार्रवाई की जा रही है। निर्माण की अनुमति नहीं है सभी चार अवैध निर्माणकर्ताओं को नोटिस जारी किया गया है। नोटिस तो दे चुके हैं कार्रवाई क्या करेंगे। निगम आयुक्त से मामले में अनुमति लेकर अवैध निर्माण को तोड़ने की कार्रवाई की जाएगी। शनिचरी में और भी निर्माण कार्य हो रहे हैं, क्या उनकी अनुमति है। जयस्तंभ के पास अवैध निर्माण का मामला सामने आने के बाद पूरे शनिचरी बाजार परिसर में सर्वे कराया जा रहा है।
-सुरेश शर्मा, सहायक भवन शाखा अधिकारी, नगर निगम बिलासपुर