मंडराने लगा खतरा : रजिस्ट्री कार्यालय में बरती जा रही है घोर लापरवाही
बिलासपुर/अनिश गंधर्व. रजिस्ट्री कार्यालय में रोजाना सैकड़ों की संख्या में लोग पहुंचते हैं। यहां खरीददार-विक्रेता, गवाह और दलाल गिरोह के लोगों के अलावा वकीलों का दिनभर मजमा लगा रहता है। सारा काम सिस्टम से होने का भले ही दावा किया जा रहा है, लेकिन सबसे बड़ी चुक इस दफ्तर में देखने को मिल रही है। बिना मास्क के लोग पहुंच रहे हैं। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो पा रहा है। वहीं दफ्तर आने वाले लोगों के लिये लगाया गया सेनेटाइज मशीन भी धूल खा रहा है। ऐसे में अगर कोराना ने पैर पसारा तो कईयों की जान जा सकती है।
पुराना कम्पोजिट बिल्डिंग स्थित रजिस्ट्री कार्यालय में सोशल डिस्टेंसिंग की खुलेआम धज्जियां उड़ रही है। आलम यह है कि लोगों के हाथ साफ करने के लिये सेनेटाइजर मशीन भी धूल खा रही है। कर्मचारी बंद कमरे में भले ही काम रहे हैं लेकिन आम लोगों के लिये कोई भी व्यवस्था नहीं की है। पूर्व में इस दफ्तर के तीन कर्मचारी संक्रमित पाये गये थे। कई दिनों तक कोरोना काल में इस दफ्तर को बंद रखा गया था। जमीन खरीदी बिक्री हो या फिर वसीयत से संबंधित जरूरी काम इसी दफ्तर में होता है। इस दफ्तर में आने वाले लोगों को जान जोखिम में डालकर काम कराने की मजबूरी है।
दिन भर भीड़ भाड़ रहने वाले रजिस्ट्रर कार्यालय में पान-गुटखा के पीक के बीच में हाथ साफ करने के लिये सेनेटाइजर मशीन लगाया गया था वह मशीन भी अब धूल खा रही है। सफाई व्यवस्था और सोशल डिस्टेसिंग का तो यहां नामो निशान नहीं है। चंदन केसरी संवाददाता जब दफ्तर पहुंचा तो आधा दर्जन से भी ज्यादा ग्रामीण महिलाएं जमीन पर बैठी मिली। एक दूसरे से सटकर बैठी महिलाओं ने मास्क तक नहीं लगाया था। न ही इन्हें कोई समझाने वाला था।
सरकारी दफ्तर में खासकर बिना मास्क प्रवेश वर्जित है वहीं जगह-जगह सेनेटाइजर मशीन लगाया गया है। इसके ठीक विपरित जिला पंजीयक कार्यालय में खुलकर धज्जियां उठाई जा रही है। इस दफ्तर में कोरोना के लक्षण व उसके बचाव के लिये बारे में बोर्ड लगाया गया है इसका पालन कोई करने को तैयार नहीं है। जनहित में जिला प्रशासन को महामारी रोकने के लिये सरकारी दफ्तरों में खासकर जिन कार्यालयों में सुबह से शाम तक भीड़ उमड़ती है वहां व्यवस्था बनाने की खास जरूरत है।