March 19, 2021
Diabetes Risk : अलर्ट! इस ब्लड ग्रुप के लोगों को होता है डायबिटीज का सबसे ज्यादा खतरा
मधुमेह के मामले में भारत ने अब दूसरे देशों को पीछे छोड़ दिया है। एक स्टडी के मुताबिक यदि आपका ब्लड ग्रुप नॉन-ओ टाइप का है, तो आपके टाइप 2 डायबिटीज विकसित होने का खतरा अधिक होता है।
डायबिटीज एक आम समस्या है। देश में 70 मिलियन लोग इस बीमारी से पीड़ित हैं। भारत को दुनिया की डायबिटीज की राजधानी कहा जाता है। यह खानपान और लाइफस्टाइल से जुड़ी बीमारी है, जिसे जीवनभर नियंत्रित करने की जरूरत होती है।
सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) के अनुसार, यदि आप प्रीडायबेटिक हैं, तो जीवनशैली में बदलाव से आपको टाइप 2 डायबिटीज होने का खतरा कम हो सकता है। लेकिन खराब जीवनशैली के अलावा कई अन्य कारक भी इस बीमारी के जोखिम को बढ़ा सकते हैं। ऐसा ही एक कारक है आपका ब्लड टाइप।
यूरोपियन एसोसिएशन के जर्नल डायबेटोलोगिया में प्रकाशित 2014 की एक स्टडी के अनुसार, O-ब्लड टाइप वाले लोगों की अपेक्षा नॉन-O ब्लड टाइप वाले लोगों में टाइप 2 डायबिटीज विकसित होने का खतरा अधिक होता है।
80,000 महिलाओं पर की गई स्टडी में रक्त के प्रकार और टाइप 2 डायबिटीज के जोखिम के बीच संबंध का अवलोकन किया गया। इनमें 3553 लोगों में टाइप 2 डायबिटीज पाया गया और नॉन-ओ टाइप ब्लड वाले लोगों को डायबिटीज का अधिक खतरा था।
B ब्लड टाइप के लोगों में होता है अधिक जोखिम
स्टडी के अनुसार, A ब्लड टाइप वाली महिलाओं में O ब्लड टाइप वाली महिलाओं की अपेक्षा टाइप 2 डायबिटीज होने की संभावना 10 प्रतिशत अधिक होती है। जबकि B ब्लड टाइप वाली महिलाओं में O ब्लड टाइप वाली महिलाओं की अपेक्षा डायबिटीज होने की संभावना 21 प्रतिशत अधिक होती है।
हालांकि यूनिवर्सल डोनर O निगेटिव की हर कॉम्बिनेशन से तुलना करने पर, B पॉजिटिव ब्लड टाइप वाली महिलाओं में टाइप 2 डायबिटीज विकसित होने का जोखिम अधिक होता है।
B ब्लड टाइप वाले लोगों को अधिक जोखिम क्यों होता है?
यदि कोई व्यक्ति टाइप 2 डायबिटीज से पीड़ित है, तो यह उसके शरीर को शुगर को नियंत्रित करने और इस्तेमाल करने के तरीके को प्रभावित करता है। इससे ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है, जिसका अगर समय पर इलाज नहीं किया गया तो यह बेहद खतरनाक हो सकता है।