May 11, 2024

डाइट में शामिल करें मूंग दाल, इम्युनिटी होगी बूस्ट और वजन होगा कम

अगर आप डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, कब्ज, ओवरवेट और कमजोर इम्यून सिस्टम जैसी कई और समस्याओं से परेशान हैं, तो मूंग दाल को अपनी डाइट में शामिल करें। इसमें कई तरह के चमत्कारी गुण पाए जाते हैं। मूंग दाल और हरे चने शरीर को कई तरह के विटामिन्स और प्रोटीन प्रदान करती है।

भारत में कई क्षेत्रीय व्यंजनों में दाल मेन फूड है। कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप इसे किस तरह से तैयार करते हैं, लेकिन दाल आपको पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्व प्रदान करती है और साथ ही आपकी प्लेट में फ्लेवर्स को भी एड करती है। वैसे तो सभी दालें प्रोटीन से भरपूर और सेहत का खजाना हैं, लेकिन इन सब में मूंग की दाल को सर्वश्रेष्‍ठ माना गया है। इसमें विटामिन ए, बी, सी और ई की भरपूर मात्रा होती है। भारत में मूंग दाल या हरे चने की दाल का प्रयोग मुख्य रूप से खिचड़ी, चीला या फिर स्प्राउट्स जैसे व्यंजन तैयार करने के लिए किया जाता है।

ग्रीन बीन्स भारत की फलियों वाली सब्जियों में से आती हैं लेकिन अब इनके व्यंजन आपको चीन और दक्षिण पूर्व एशिया के विभिन्न हिस्सों में भी देखने को मिलते हैं। अंकुरित मूंग सेहत के लिए कई तरह से फायदेमंद हैं। इसमें कई चमत्कारी गुण पाए जाते हैं। यह सेहत के लिए वरदान हैं। इसे जल्दी से पकाया भी जा सकता है क्योंकि लंबे समय तक इसे भिगोना नहीं पड़ता। (फोटो साभार: istock by getty images)
पोषक तत्वों का भंडार

मूंग दाल को हमारे देश का एक सुपरफूड माना जाता है क्योंकि यह दुनिया में प्लांट बेस्ड प्रोटीन के सबसे रिचेस्ट सोर्स में से एक है। इनमें हर वो पोषक तत्व है जिसकी हमारे शरीर को आवश्यकता है।

एक कप (200 ग्राम) उबली हुई हरी मूंग दाल में है पोषक तत्वों का खजाना

  • कैलोरी: 212
  • वसा: 0.8 ग्राम
  • प्रोटीन: 14.2 ग्राम
  • कार्ब: 38.7 ग्राम
  • फाइबर: 15.4 ग्राम
  • फोलेट (B9): RDI का 80%
  • मैंगनीज: RDI का 30%
  • मैग्नीशियम: RDI का 24%
  • विटामिन बी 1: आरडीआई का 22%
  • फास्फोरस: RDI का 20%
  • लोहा: RDI का 16%
  • जस्ता: RDI का 11%

इसके अलावा, यह सेहत के लिए जरूरी अमीनो एसिड जैसे फेनिलएलनिन, ल्यूसीन, आइसोलेसीन, वेलिन, लाइसिन, आर्जिनिन आदि से समृद्ध है। यहां हम कुछ ऐसे कुछ ऐसे कारण बताएंगे जिन्हें पढ़कर आप समझ सकेंगे कि आपको अपनी डाइट में मूंग दाल शामिल करना क्यों जरूरी है।

​वजन घटाने में मददगार

मूंग दाल फाइबर और प्रोटीन से समृद्ध है और ये दोनों चीजें फिटनेस मेनटेन करने में सहायक हैं। फाइबर की मात्रा शरीर में जाने पर जल्दी भूख नहीं लगती है। वहीं प्रोटीन हमारे शरीर की डैमेज सेल्स के रिजनरेशन और मरम्मत करने के लिए आवश्यक है। दाल और चावल में अमीनो एसिड होते हैं। वजन कम कर रहे लोगों के लिए दाल-चावल सबसे बढ़िया आहार है, क्योंकि ये प्लांट बेस्ड फूड हैं, जो हमें पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन देते हैं।

​मधुमेह के लक्षणों को रोकने में सहायक

ग्रीन ग्राम में कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है। इस दाल का जीआई 38 है, जो मधुमेह (Diabetes) से ग्रसित लोगों के लिए इसे अच्छा फूड ऑप्शन बनाता है। इसके अलावा हरी मूंग दाल प्रोटीन, मैग्नीशियम और फाइबर से भी भरपूर होती है जो शरीर में इंसुलिन और रक्त शर्करा के स्तर (Blood glucose level) को बैलेंस करने में मदद कर सकती है।

​बढ़िया रहता है पाचन

मूंग की फलियों में पेक्टिन नाम का घुलनशील फाइबर (soluble fiber) होता है जो हमारी पाचन क्रिया को बैलेंस करता है। इसके अलावा, इसमें रजिस्टेंस स्टार्च भी होता है, जो घुलनशील फाइबर के समान काम करता है और हेल्दी गट बैक्टीरिया के विकास को बढ़ावा देने में मदद करता है। दूसरी दालों की तुलना में मूंग सबसे बेहतर है जिससे पाचन बढ़िया रहता है।
​ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करती

बुढ़ापे में उच्च रक्तचाप यानी हाई ब्लड प्रेशर की शिकायत होना आम बात है, जिसके चलते उन्हें दिल से जुड़ी बीमारियों का भी खतरा होता है। ऐसे लोग अगर अपने आहार में मूंग दाल को शामिल करते हैं तो उन्हें ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद मिल सकती है। स्टडी के अनुसार, मूंग दाल में मौजूद पोटेशियम, मैग्नीशियम और फाइबर युक्त आहार लेने से हाई ब्लड प्रेशर के जोखिम को कम किया जा सकता है।
​प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए फायदेमंद

फोलेट से भरपूर होने के कारण, मूंग दाल गर्भवती महिलाओं के लिए भी एक हेल्दी फूड है। गर्भावस्था के दौरान फोलेट युक्त खाद्य पदार्थ खाने से भ्रूण में पल रहे बच्चे की वृद्धि और विकास में भी सहायता मिलती है। एक कप पकी हुई मूंल दाल हमारे शरीर को 80 प्रतिशत आरडीआई देती है। आयरन और प्रोटीन से भरपूर ये दाल गर्भवती महिला के लिए बहुत ही फायदेमंद है।
​हीट स्ट्रोक से बचाए

कड़कड़ाती धूप वाले गर्मी के दिनों में हीट स्ट्रोक आम है और अगर आप इससे बचना चाहते हैं तो मूंग की दाल को अपनी डाइट में शामिल करें। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो हीट स्ट्रोक और डिहाइड्रेशन से बचाने में मदद करते हैं। मूंग दाल का सूप पीने से आप लंबे समय तक हाइड्रेटेड रह सकते हैं और इसमें मौजूद एंटीऑक्सिडेंट कोशिकाओं को मुक्त कणों यानी फ्री रेडिकल सेल्स से होने वाले नुकसान से बचा सकते हैं।

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