हिंदी विश्वविद्यालय का पंचम दीक्षांत महोत्सव 8 जनवरी को डॉ. विनय सहस्रबुद्धे होंगे मुख्य अतिथि
वर्धा. महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा का पंचम दीक्षांत महोत्सव शनिवार 08 जनवरी 2022 को पूर्वाह्न 10.30 बजे से आयोजित है। दीक्षांत महोत्सव में भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद् के अध्यक्ष तथा राज्य सभा सदस्य डॉ. विनय सहस्रबुद्धे मुख्य अतिथि होंगे। दीक्षांत महोत्सव में भारत के पूर्व शिक्षा मंत्री तथा सुपरिचित साहित्यकार डॉ. रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ एवं सुविख्यात वैज्ञानिक डॉ. विजय भटकर विशिष्ट अतिथि होंगे। दीक्षांत महोत्सव की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलाधिपति प्रो. कमलेशदत्त त्रिपाठी करेंगे। उक्त जानकारी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रजनीश कुमार शुक्ल ने गुरुवार (06 जनवरी) को आयोजित ऑनलाइन तथा ऑफलाइन पत्रकार वार्ता में दी। दीक्षांत महोत्सव में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रजनीश कुमार शुक्ल दीक्षांत उपदेश देंगे।
प्रो. शुक्ल ने बताया कि पंचम दीक्षांत महोत्सव में सुश्री नीता ज्ञानदेवराव उघडे को कुलाधिपति स्वर्ण पदक तथा सुश्री शची पाण्डेय को सर्वोदया रत्नमाला तुकाराम बोरकर स्मृति स्वर्ण पदक दिया जाएगा। दीक्षांत कार्यक्रम में 45 विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक तथा 470 स्नातकों को उपाधि प्रदान की जाएगी । इसमें 27 विद्यार्थी पी-एच. डी., 44 विद्यार्थी एम.फिल., 229 विद्यार्थी स्नातकोत्तर तथा 170 विद्यार्थी स्नातक के हैं। दीक्षांत कार्यक्रम का प्रारंभ पूर्वाह्न 10.15 बजे डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी भवन के कस्तूरबा सभागार में होगा। यह महोत्सव ऑनलाइन आयोजित होगा।
दीक्षांत महोत्सव में माननीय राष्ट्रपति एवं विश्वविद्यालय के कुलाध्यक्ष के अनुमोदन के अनुसरण में पूर्व केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ एवं सुपर कम्प्यूटर के प्रारूपकार डॉ. विजय भटकर को डीलिट् की मानद उपाधि प्रदान की जाएगी। विश्वविद्यालय की उपलब्धियों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि प्रयागराज और कोलकता केंद्र के बाद महाराष्ट्र के रिद्धपुर में मराठी भाषा और तत्वज्ञान का केंद्र पिछले वर्ष प्रारंभ किया गया। नागालैंड और गुवाहाटी में केंद्र शुरू करने को लेकर प्रस्ताव केंद्र के पास भेजा गया है। विश्वविद्यालय ने आई सी एच आर और आई सी पी आर की सहयोग से दो परियोजनाए प्रारंभ की है जिसमें वर्धा मे गांधीजी के17 वर्ष के निवास उनके रचनात्मक कार्यो तथा दार्शनिक मन्तव्यों का लेखाजोखा प्रस्तुत किया जाएगा। उन्होंने कहा कि विभिन्न देशों के डिप्लोमेट को हिंदी सिखाने का कार्य प्रारंभ किया गया है।
कुलपति प्रो. रजनीश कुमार शुक्ल ने कहा कि विश्वविद्यालय का 25 वाँ स्थापना दिवस 08 जनवरी को है और इस दृष्टि से दीक्षांत महोत्सव और स्थापना दिवस एक साथ मनाना विश्वविद्यालय के लिए दोहरे खुशी का अवसर है। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय की स्थापना के 25 वे वर्ष के समारंभ होने पर विश्वविद्यालय रजत जयंती पर्व मना रहा है, जिसका उद्घाटन भारत के उपराष्ट्रपति श्री एम. वेंकैया नायडु जी के करकमलों से 04 जनवरी 2022 को किया गया ।
विश्वविद्यालय की अकादमिक एवं अन्य उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए कुलपति प्रो. शुक्ल ने कहा कि विश्वविद्यालय ने कोरोना कालखंड में ऑनलाइन शिक्षण जारी रखा। विश्वविद्यालय ने विभिन्न विषयों पर लगभग 250 वेबिनार आयोजित किए जिनमें देशभर के विद्वान वक्ता सम्मिलित हुए। कुलाधिपति संवाद, कुलपतियों का सम्मेलन, अखिल भारतीय दर्शन परिषद् का अधिवेशन और वर्धा मंथन जैसे कार्यक्रम भी ऑनलाइन सम्पन्न कराये गये।
प्रो. शुक्ल ने कहा कि विश्वविद्यालय ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की जयंती के अवसर पर दीपोत्सव मनाने का प्रारंभ विगत् तीन वर्षों से किया है। इस कड़ी में 02 अक्टूबर 2021 को महाराष्ट्र के माननीय राज्यपाल श्री भगत सिंह कोश्यारी जी की उपस्थिति में विश्वविद्यालय परिसर तथा वर्धा शहर में भव्य दीपोत्सव मनाया गया।
पत्रकार वार्ता में जनसंचार विभाग के अध्यक्ष प्रो. कृपाशंकर चौबे, जनसपंर्क अधिकारी बी.एस. मिरगे, हिंदी अधिकारी राजेश यादव, सहायक संपादक अमित विश्वास सहित मुद्रित एवं इलेक्ट्रानिक मीडिया के पत्रकार उपस्थित थे।