November 21, 2024

विश्व गौरैया दिवस पर छत्तीसगढ़ी भाषा में निबंध प्रतियोगिता हुई

ब्रो फाउंडेशन और मोर हरियर छत्तीसगढ़ ने संयुक्त रूप से किया ‘निबंध प्रतियोगिता 2023’ का आयोजन
बिलासपुर। ब्रो फाउंडेशन  और मोर हरियर छत्तीसगढ़ ने संयुक्त रूप से विश्व गौरैया दिवस के उपलक्ष्य पर ऑनलाइन निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में प्रतिभागियों द्वारा छत्तीसगढ़ी भाषा में निबंध लिखा गया। इस दौरान प्रतिभागियों ने निबंध के माध्यम गौरैया को सुरक्षित रखने के संदेश दिया। ऑनलाइन प्रतियोगिता में रायगढ़, बलौद, महासमुंद,  बिलासपुर जिला के लोग शामिल हुए।
 आयोजन ऑनलाइन मोड में 16 मार्च से प्रारंभ हो गया था, जिसमें अपनी सामग्री को ईमेल के माध्यम से भेजना था। इस प्रतियोगिता का आयोजन मोर हरियर छत्तीसगढ़ नामक एक संगठन ने किया परन्तु संचालन का जिम्मा ब्रो फाउंडेशन  को मिला। इस प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ के अलग अलग क्षेत्रों से प्रतिभागियों ने भाग लिया। निबंध लेखन प्रतियोगिता छत्तीसगढ़ी भाषा में था। इसलिए लोगों ने इस पर अधिक रूझान भी दिया। प्रतिभागियों को 16 मार्च से 19  मार्च रात 10 बजे तक अपना निबंध ईमेल करना था। निबंध का विषय था बचपन की यादों में प्यारी गौरैया । चूंकि सम्पूर्ण कार्यक्रम ऑनलाइन था तो इसका रिजल्ट भी ऑनलाइन  मोर भाखा’ के वेब पोर्टल में प्रकाशित हुआ। 22 मार्च को प्रतियोगिता के विजेताओं के नाम की घोषणा हुई। जिसमें प्रथम स्थान प्राप्त किया कौशल्या चौधरी (रायगढ़), द्वितीय स्थान प्राप्त किया संजय कुमार साहू (महासमुंद) एवं तृतीय स्थान में खिलेश्वरी (बालोद) ने अपनी जगह बनायी। सभी प्रतिभागियों एवं विजेताओं को प्रमाण पत्र देकर प्रोत्साहित किया गया। ब्रो ग्रुप फाउंडेशन  के संयोजक  कुन्दन महंत ने बताया कि इसका पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन जल्द ही होगा।
मोर हरियर छत्तीसगढ़ के संस्थापक पर्यावरण प्रेमी  दिग्विजय राठौर किररिहा ने इस प्रतियोगिता का परिकल्पना किया और उनका कहना है कि गौरैया जिसे छत्तीसगढ़ी में गुड़ेरिया कहते हैं।  हमारे घर की एक सदस्य के रूप में कई वर्षों तक रही, वह निडर होकर आंगना और मुंडेर में आती थी न जाने वो कहाँ गुम हो गई हम सभी को अब नेतृत्वकर्ता के रूप में आगे आकर इनकी रक्षा करनी होगी और इन्हें अपने घर में जगह देने की कवायद करनी होगी।
निबंध के माध्यम से लोगों ने अपनी बचपन की यादों को गौरैया के साथ जोड़ा। निबंध में लोगों ने अपनी अनुभव साझा किए।

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