कोरोना काल में राजीव किसान न्याय योजना की पहली किश्त पाकर आनंदित हैं किसान
बिलासपुर. बिल्हा विकासखंड के ग्राम भरारी के किसान बल्ले साहू राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत इस वर्ष की पहली किश्त पाकर बहुत आनंदित हैं। कोरोना काल में जब सब तरफ निराशा और अनिश्चितता का दौर है, ऐसे समय में छत्तीसगढ़ सरकार की इस योजना ने उन्हें राहत पहुंचाई है। 63 वर्षीय बल्ले साहू के पास एक एकड़ और उनके पिता के पास पांच एकड़ कृषि भूमि है। पिता और बेटे दोनों के खाते में राजीव गांधी किसान न्याय योजना की पहली किश्त की कुल राशि 13 हजार 600 रुपये प्राप्त हुए। श्री साहू ने बताया कि इस राशि को वे अच्छे उत्पादन के लिये खेती-बाड़ी में खर्च करेंगे। अब उन्हें खाद-बीज के लिये कर्ज लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी। बल्ले साहू का संयुक्त परिवार हैं जिसमें दादा, पिता, पोते-पोती सब साथ रहते हैं। उन्होंने बताया कि खरीफ में धान के साथ-साथ वे रबी सीजन में गेंहूं की फसल लेते हैं। साल में दो फसल लेने में होने वाले खर्च के लिये उन्हें किश्तों में राशि की जरूरत पड़ती है जो किसान न्याय योजना से पूरी हो जाती है। गत वर्ष पिता पुत्र को लगभग 55 हजार रुपये योजना से प्राप्त हुए थे। आधी राशि उन्होंने खेती-बाड़ी में लगाया। शेष राशि तीज त्यौहार में खर्च की। तीजा पर्व के पहले मिले किश्त की राशि से उन्होंने अपनी बेटियों के लिये उपहार खरीदे। दीपावली पर्व के समय मिली राशि से उसने दुगनी खुशी के साथ त्यौहार मनाया। श्री साहू ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार किसानों के लिये बहुत कुछ कर रही है। राजीव गांधी किसान न्याय योजना से मिल रही राशि का किसान व्यसन आदि में दुरुपयोग न करें, सदुपयोग करेंगे तो आगे बढ़ सकेंगे।