Weigh loss से लेकर डायब‍िट‍ीज तक में कारगर है सोया म‍िल्क, गाय के दूध से है लाख गुना बेहतर

अगर आपको गाय या भैंस के दूध से क‍िसी तरह की परेशानी है तो सोयाबीन से बनाया जाने वाला सोया दूध आपके ल‍िए एक बेहतर ऑप्शन साब‍ित हो सकता है।

अगर आपको गाय या भैंस के दूध से क‍िसी तरह की परेशानी है तो सोयाबीन से बनाया जाने वाला सोया दूध आपके ल‍िए एक बेहतर ऑप्शन साब‍ित हो सकता है।

वैसे तो पारंपर‍िक तौर पर हम सभी ज्यादातर गाय या भैंस के दूध का ही सेवन करते हैं, लेक‍िन अगर आपको गाय या भैंस के दूध से क‍िसी तरह की परेशानी है या आप कुछ खास कारणों से इनके सेवन से बचना चाहते हैं तो सोया दूध आपके ल‍िए एक बेहतर ऑप्शन साब‍ित हो सकता है।

सोया दूध दरअसल सूखे सोयाबीन को पानी में अच्छी तरह भिगोने के बाद पानी में पीसकर बनाया जाता है। सोया दूध ऐसे शाकाहारी लोग ज्यादा इस्तेमाल करते हैं जो किसी भी एनिमल बेस्ड प्रोडक्ट का इस्तेमाल करने से बचते हैं। पोषक गुणों की बात करें तो सोया दूध हाई क्वाल‍िटी प्रोटीन और आइसोफ्लेवोन्स से भरपूर होता है। ये दूध मिल्क शुगर (लैक्टोज) रह‍ित होता है और लैक्टोज पसंद न करने वालों के लिए एक अच्छा ऑप्शन है। साथ ही, यह उन लोगों के लिए एक अच्छा ऑप्शन है, जिन्हें गाय के दूध में मौजूद प्रोटीन से एलर्जी होती है। अब आप सोच रहे होंगे कि गाय के दूध से सोया दूध कितना बेहतर है। तो आज हम आपको बताने जा रहे हैं सोया दूध के हेल्थ बेनेफ‍िट्स।
सोया दूध कोलेस्ट्रॉल को करता है कम

अमेरिका के फूड एंड ड्रग्स एडम‍िन‍िस्ट्रेशन (एफडीए) के मुताब‍िक, सोया म‍िल्क में सैचुरेटेड फैट और कोलेस्ट्रॉल की कम मात्रा हृदय रोगों के जोखिम को काफी कम कर सकती है। जबकि गाय के दूध में पाए जाने वाले सैचुरेटेड फैट आपकी सेहत के ल‍िए नुकसानदायक है और आपके कोलेस्ट्रॉल को बढ़ा सकते हैं।

इंसुलिन के चलते होने वाली डायब‍िट‍ीज में फायदेमंद

सोया के अनुसार, हालांकि वैज्ञानिकों के बीच कोई आम सहमति नहीं है, लेकि‍न कुछ स्टडी में बचपन में गाय के दूध पीने और इंसुलिन के चलते होने वाली डायब‍िट‍ीज के बढ़ने में कनेक्शन सामने आया है। ऐसा कनेक्शन सोया दूध के साथ नहीं म‍िला है।
आइसोफ्लेवोंस से भरपूर होता है सोया म‍िल्क

सोया दूध में आइसोफ्लेवोंस होता है, जो दूध में पाया जाने वाला सबसे अहम घटक है। यह कोलेस्ट्रॉल में कमी, मेनोपोज के लक्षणों में आराम पहुंचाने, ऑस्टियोपोरोसिस की रोकथाम और कैंसर के खतरे को काफी हद तक को कम करने समेत कई फायदों के लिए जाना जाता है। गाय के दूध में आइसोफ्लेवोन्स नहीं होते हैं। आइसोफ्लेवोन्स भी एंटीऑक्सिडेंट होते हैं जो हमारे सेल्स और डीएनए को ऑक्सीकरण से बचाते हैं।
वेटलॉस के ल‍िए काफी फायदेमंद

वजन घटाने के मामले में गाय के दूध के मुकाबले सोया दूध सबसे ज्यादा कारगर है। ये कैलोरी और शुगर कंटेंट को कम करता है। दूध में फैट हाई सैचुरेटेड होता है और इसके शरीर में जमा होने के चांस काफी ज्यादा होते हैं, वहीं इसके उलट सोया म‍िल्क वेटलॉस की कवायद में जुटे लोगों के ल‍िए काफी फायदेमंद साब‍ित हुआ है। यानी क‍ि आप ब‍िना क‍िसी सोच-व‍िचार के फुल फैट सोया दूध पी सकते हैं या सोया दूध से बने स्नैक्स या मिठाइयां खा सकते हैं।

स्क‍िन र‍िलेटेड प्रॉब्लम्स में भी कारगर

त्वचा से संबंध‍ित समस्याओं जैसे क‍ि मुंहासे होने पर सोया म‍िल्क को अपनी डाइट में शाम‍िल करें। यह हाइपरपिग्मेंटेशन (त्वचा का काले पड़ना) को कम करने के लिए काफी कारगर है। एक र‍िसर्च बताती है कि सोया में पाए जाने वाले कंपाउंड्स में एंटी-एजिंग गुण होते हैं।
ऑस्टियोपोरोसिस से बचाते हैं इसके वेजिटेबल प्रोटीन

वेजिटेबल प्रोटीन से गुर्दे के जर‍िये कैल्शियम का नुकसान कम होता हैं। सभी जानते ही हैं क‍ि एन‍िमल और डेयरी प्रोटीन से वाली डाइट ऑस्टियोपोरोसिस के लिए एक बड़ा खतरा है। वेजिटेबल प्रोटीन कोलेस्ट्रॉल और सेहत के ल‍िए नुकसान पहुंचाने वाले सैचुरेटेड फैट को कम करती हैं।

सोया दूध बाजार में आसानी से म‍िल जाता है। आप चाहें तो इसे घर पर भी बना सकते हैं। ये बात भी ध्यान देने काब‍िल है क‍ि हर तरह के दूध के अपने फायदे और नुकसान हैं, जो किसी की डाइट, सेहत, पोषण संबंधी जरूरतों पर निर्भर करता है।

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