तोड़फोड़ की राजनीति से ऊब चुकी है आम जनता- गडकरी
मुंबई. राज्य में तोड़-फोड़ की राजनीति से सर्वसामान्य जनता ऊब चुकी है। महाराष्ट्र की राजनीति और परंपरा देश की राजनीति की अपेक्षा अलग है, परंतु अब जो राजनीति हो रही है वह थोड़ा अधिक दिखाई दे रही है। ऐसे शब्दों में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भाजपा को सुनाया।
भाजपा की डर्टी पॉलिटिक्स के बलि चढ़े अजीत पवार ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से बगावत की है। जिसके कारण राज्य में एक बार फिर खलबली मच गई है। इस पृष्ठभूमि पर भाजपा नेता नितिन गडकरी ने स्पष्ट मत व्यक्त किया है। गडकरी ने कहा कि महाराष्ट्र की राजनीति में वैचारिक मतभेद होते थे, परंतु मनभेद नहीं होते थे। मैं करीब १८ वर्षों तक विधिमंडल में था। मैंने कठोर शब्दों में टिप्पणी की। लेकिन मेरी सबसे व्यक्तिगत मित्रता थी, परंतु आज की राजनीति में कुछ अधिक दिखाई दे रहा है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि सर्वसामान्य जनता इस राजनीति से ऊब चुकी है। नेताओं की अपेक्षा मीडिया का रोल इसमें अधिक है, ऐसा भी उन्होंने कहा। देश में विचार की मत भिन्नता यह समस्या नहीं है, विचार शून्यता सबसे बड़ी समस्या है। तुम किसी भी दल के विचार के हो, उस दल के विचारों के साथ प्रामाणिकता से रहना चाहिए, ऐसा गडकरी ने कहा। उन्होंने आगे कहा कि जिस दिन मतदाताओं ने विचारपूर्वक मतदान किया तो अपने आप राजनीति बदल जाएगी।
दिल्ली जाने की नहीं थी इच्छा
मैं भाजपा का महाराष्ट्र अध्यक्ष था। मेरी दिल्ली जाने की कोई इच्छा नहीं थी, परंतु परिस्थिति ऐसी निर्माण हुई कि मुझे भाजपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया। इसके कारण मुझे दिल्ली जाना पड़ा। मगर दिल्ली जाने के बाद मैं महाराष्ट्र वापस न आने का निर्णय लिया। मेरी मुख्यमंत्री होने की इच्छा नहीं थी, ऐसा गडकरी ने स्पष्ट किया।