रामनवमी पर निकली भव्य शोभायात्रा, जगह-जगह हुआ स्वागत
बिलासपुर. रामजन्मोत्सव पर पूरा शहर जय श्रीराम के जयकारे से गूंज उठा। शाम को वेंकटेश मंदिर से शोभायात्रा निकाली गई, जिसमें शहरवासियों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। करीब एक किलोमीटर लंबी शोभायात्रा में भगवान श्री राम की झांकियों के साथ ही नर्तक दल आकषर्ण का केंद्र बने रहे। शोभायात्रा सदरबाजार से होते हुए गोलबाजार, ज्वाली पुल, जूना बिलासपुर होते हुए शहर भ्रमण पर निकली। दो घंटे में शोभायात्रा जूना बिलासपुर तक ही पहुंची थी। रविवार को पूरे शहर भगवान श्रीराम का जन्मोत्सव की धूम रही। खास बात ये रही कि 2 साल बाद इस तरह का आयोजन रामनवमी के अवसर पर हुआ है।
मंदिरों के साथ ही सिम्स चौक स्थित वेंकटेश मंदिर में भी सुबह विधिपूर्वक पूजन, अभिषेक हुआ। भगवान का श्रृंगार नए वस्त्रों से किया गया। उनके दर्शन के लिए दिनभर भक्तों की भीड़ जुटी रही। वहीं शाम को ढोल-तासे और बाजेगाजे के साथ शोभायात्रा निकाली गई।शोभायात्रा के आगे राम भक्त हनुमान की जीवंत झांकी चल रही थी। उनके पीछे भगवान श्रीराम की झांकी थी। जय श्रीराम के नारे लगाते लोगों की भीड़ शोभायात्रा में शामिल हुए। शाम करीब पांच बजे सदरबाजार से निकली शोभायात्रा में महिलाओं ने भी हिस्सा लिया। वहीं, युवा और बुजुर्ग भी शामिल हुए।
शोभायात्रा को गोलबाजार से जूना बिलासपुर पहुंचने में दो घंटे लग गए। फिर गांधी चौक, पुराना बस स्टैंड, अग्रसेन चौक होते हुए मंदिर में आकर देर रात पूर्ण हुई।शोभायात्रा के दौरान महिलाओं के साथ ही युवा सहित हर वर्ग के लोग भगुवा वस्त्र में नजर आए। भगवा ध्वज, पताका हाथ में लिए भीड़ भगवान श्रीराम के जयकारे लगाते रहे। स्वागत के लिए जगह-जगह भगवा तोरण और प्रवेश द्वार भी बनाए। इस दौरान रथ में सजे जीवंत झांकियां और नर्तक दलों को देखने के लिए लोग अपने अपने घर की छतों पर चढ़ गए।शोभायात्रा का रास्ते भर स्वागत हुआ। जगह-जगह चौक-चौराहों पर पुष्प वर्षाकर शोभायात्रा का स्वागत किया गया। वहीं श्रद्धालुओं ने भगवान श्रीराम की झांकी की आरती उतारते रहे और फल सहित प्रसाद भी वितरण करते रहे।शोभायात्रा में चले रहे भीड़ का स्वागत शरबत और कोल्ड ड्रिंग्स से किया गया। जिस जिस जगह से शोभायात्रा गुजरी, वहां व्यापारी सहित अन्य लोगों ने प्रसाद का वितरण किया। इसके साथ ही शोभायात्रा में शामिल लोगों को शरबत, पानी, मिठाई, फल भी वितरित किए।