महादेव सट्टा ऐप मामले में दोषियों को नहीं मिलेगी राहत; विष्णु देव
बिलासपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने महादेव सट्टा ऐप मामले में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के आवास पर सीबीआई छापे को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने साफ कहा कि “दोषी कोई भी हो, उसे बख्शा नहीं जाएगा।”
पूर्व सीएम बघेल ने एक्स (Twitter) पोस्ट में सीबीआई छापे पर नाराजगी जताते हुए इसे “अनधिकृत प्रवेश” करार दिया था। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए साय ने कहा, “बघेल के पास कहने के लिए कुछ नहीं है, इसलिए वे बेवजह बयानबाजी कर रहे हैं।” उन्होंने कहा कि सीबीआई पूरी पारदर्शिता के साथ जांच कर रही है और महादेव सट्टा ऐप ने छत्तीसगढ़ के युवाओं को बर्बाद किया है। यह मामला किसी पार्टी विशेष का नहीं, बल्कि युवाओं के भविष्य से जुड़ा है।
महादेव सट्टा ऐप पर कार्रवाई को लेकर सख्ती
मुख्यमंत्री साय ने दोहराया कि “जो भी इस घोटाले में शामिल होगा, उस पर कड़ी कार्रवाई होगी।” उन्होंने कहा कि महादेव सट्टा ऐप ने राज्य में सट्टेबाजी को बढ़ावा दिया, जिससे कई युवाओं का भविष्य अंधकार में चला गया। इसलिए इस मामले की गहराई से जांच आवश्यक है।
बेंगलुरु में इन्वेस्टर कनेक्ट कार्यक्रम की सफलता
मुख्यमंत्री ने बेंगलुरु में आयोजित इन्वेस्टर कनेक्ट कार्यक्रम की भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम में उद्योग मंत्री लखन लाल देवांगन और राज्य के कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। कार्यक्रम के दौरान छत्तीसगढ़ की नई उद्योग नीति को पेश किया गया, जिससे निवेशकों ने गहरी रुचि दिखाई।
3700 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव और एमओयू पर हस्ताक्षर
साय ने बताया कि इस कार्यक्रम के तहत 3700 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले हैं और कई कंपनियों के साथ एमओयू (MoU) साइन किए गए हैं। ये कंपनियां इंजीनियरिंग और आईटी क्षेत्र में उद्योग स्थापित करेंगी, जिससे राज्य में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
राज्य को औद्योगिक हब बनाने की योजना
मुख्यमंत्री ने बताया कि दिल्ली और मुंबई में भी ऐसे कार्यक्रम आयोजित किए गए थे, जहां से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली थी। बेंगलुरु का यह आयोजन भी सफल रहा, जिससे राज्य में निवेश की संभावनाएं बढ़ी हैं। उन्होंने उद्यमियों को भरोसा दिलाया कि छत्तीसगढ़ में उद्योग स्थापित करने की प्रक्रिया को सरल बनाया गया है और सरकार का लक्ष्य राज्य को औद्योगिक रूप से मजबूत बनाना और रोजगार बढ़ाना है।