July 28, 2022
निगम के शहरी गोठानों में मनाया गया हरेली महोत्सव
बिलासपुर. छत्तीसगढ़ के पारंपरिक त्योहार हरेली के अवसर पर आज नगर पालिक निगम बिलासपुर द्वारा मोपका,सिरगिट्टी और सकरी में संचालित शहरी गोठानों में हरेली उत्सव का आयोजन किया गया। मोपका स्थित गोठान में मुख्य अतिथि नगर पालिक निगम महापौर रामशरण यादव, सभापति, कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहें सभापति शेख नजीरूद्दीन और निगम कमिश्नर अजय त्रिपाठी समेत एमआईसी सदस्यों ने परंपरा अनुसार कृषि यंत्रों की विधि विधान के साथ पूजा अर्चना करते हुए गाय एवं बैलों को नेपियर घास खिला कर उनकी भी पूजा की। महापौर समेत उपस्थित सभी जनप्रतिनिधियों ने परंपरा अनुसार नारियल फेंक खेल का आनंद उठाते हुए गेड़ी में चढ़कर हरेली तिहार का उत्सव मनाया,इस दौरान छत्तीसगढ़ी व्यंजन का लुत्फ भी उठाया गया। इस अवसर पर महापौर रामशरण यादव ने मोपका गोठान पहुंच मार्ग के निर्माण,एक काउकेचर तथा आवश्यक मानव संसाधन की तत्काल स्वीकृति प्रदान की
छत्तीसगढ़ के प्रथम त्योहार माने जाने वाले हरेली के अवसर पर मुख्य अतिथि महापौर श्री रामशरण यादव ने कहा की हमारे छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ी संस्कृति, परंपरा और धरोवरों को संजोकर रखे हुए हैं। प्रदेश की सत्ता में जब से कांग्रेस की सरकार आई है, तब से छत्तीसगढ़ के हरेक त्योहार को उत्साहपूर्वक मनाया जा रहा है। छत्तीसगढ़ी त्योहार का भव्य आयोजन किया जा रहा है, ताकि हमारे पूर्वजों की दी गई परंपरा बरकरार रह सके। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहें सभापति श्री शेख नजीरूद्दीन ने कहा की यह त्योहार किसानों समेत हम सभी की खुशहाली और हरियाली का प्रतीक है,हमें गर्व है की मान.मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा हमारी परपंरा और अस्मिता के लिए कार्य किया जा रहा है।आयोजित कार्यक्रम में महापौर और सभापति समेत सभी जनप्रतिनिधीगण तथा अधिकारियों ने गोठान में पौधारोपण भी किए। कार्यक्रम में एमआईसी सदस्य राजेश शुक्ला, अजय यादव, विजय केशरवानी, राजेंद्र यादव, साखन दर्वे, अपर आयुक्त राकेश जायसवाल, जोन कमिश्नर रंजना अग्रवाल, कार्यपालन अभियंता क्रांति अशोक कुमार, सहायक अभियंता एसके मानिक, उप अभियंता आशीष पांडेय, प्रीति कंवर आदि मौजूद रहे।
सिरगिट्टी और सकरी गोठानों में भी हुआ आयोजन
हरेली के अवसर पर निगम द्वारा संचालित सिरगिट्टी एवं सकरी गोठान में हरेली त्योहार का आयोजन किया गया। इस दौरान उपस्थित जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों द्वारा कृषि यंत्रों की पूजा अर्चना के साथ गायों को घास खिलाकर पूजा किया गया। इस दौरान गोठानों में पौधारोपण भी किया गया।