
VIDEO : अवैध कब्जा हटाने ग्राम धोरामार के सैकड़ों ग्रामीणों ने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
बिलासपुर/अनिश गंधर्व. तखतपुर तहसील के अंतर्गत आने वाले ग्राम धोरामार के ग्रामीणों ने बताया कि गांव की सरकारी जमीनों पर आस पास के ग्रामीण बेजा कब्जा कर रहे हैं। गौचर भूमि को अवैध कब्जाधारियों ने अपने कब्जे में ले लिया है। चारों ओर से गांव की घेराबंदी कर रसूखदार लोग कब्जा कर रहे हैं। इस अवैध कब्जे की शिकायत ग्रामीणों ने पूर्व में जिलाधीश से की थी इसके बाद भी गांव में धड़ल्ले से सरकारी जमीनों को हथियाने क्रम जारी है। सोमवार को दोपहर एक बजे सरपंच के नेतृत्व में ग्रामीणों ने ज्ञापन सौंपते हुए चक्काजाम करने की चेतावनी दी है। इस अवैध कब्जे के मामले में नवपदस्थ कलेक्टर ने दस दिनों के भीतर कार्यवाही करने का आश्वासन ग्रामीणों को दिया है।
कलेक्टोरेट पहुंचे ग्रामीणों ने बताया कि जिला पंचायत अध्यक्ष अरुण सिंह चौहान व उसके साथी जो कि करगीखुर्द के रहने वाले हैं ये लोग जबरिया ग्राम धोरामार में अवैध कब्जा कर रहे हैं। जिला पंचायत अध्यक्ष अरुण सिंह चौहान अपने पद का दुरूपयोग करते हुए 5 से 6 एकड़ शासकीय भूमि में खेती करवा रहा है। नरवा-गरवा अऊ घुरवा को संवारने के लिये राज्य की भूपेश सरकार कार्ययोजना बनाकर काम कर रही है। इसके बाद भी रसूखदार लोग गौचर और गौठान मद की जमीनों में अवैध कब्जा करने से बाज नहीं आ रहे हैं। शासकीय रिकार्ड में दर्ज ग्राम धोरामार की सरकारी जमीनों में मरहीकापा, करगीकला, नवापथरा के ग्रामीण कब्जा कर चुके हैं। राजस्व अधिकारी भी सरकारी जमीनों में अवैध कब्जा कराने में सहायोग कर रहे हैं। किसी भी ग्राम पंचायत की जमीनों को भला अन्य गांव के लोग कैसे कब्जा कर सकते हैं यह तो अपने आप में बहुत बड़ा सवाल है? राज्य का राजस्व महकमे की कार्यप्रणाली संदेह के दायरे में जनहित में ग्राम धोरामार की सरकारी जमीनों को चिन्हाकित कर अवैध कब्जाधारियों पर कठोर कार्यवाही करने की सख्त आवश्यकता है। अपनी समस्या से संबंधित ज्ञापन को ग्रामीणों ने कलेक्टर कार्यालय में सौंपा है। दस दिनों के भीतर अगर समस्या का समाधान नहीं होगा तो ये ग्रामीण चक्काजाम करने को बाध्य होंगे।