अस्पतालों में ब्लड बैंकों की संख्या बढ़ाने के निर्देश, नवीन जिले में जल्द बनेगा ब्लड बैंक
बिलासपुर. बिलासपुर संभाग में कोविड की रफ्तार थमने के बाद अब नॉन कोविड स्वास्थ्य सेवाओं पर ध्यान दिया जा रहा है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा चिकित्सा शिक्षा मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने भी नॉन-कोविड सेवाओं में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने सभी अधिकारियों को सरकारी अस्पतालों में ब्लड-बैंकों की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। इतना ही नहीं नवगठित गौरेला-पेंड्रा-मरवाही के जिला अस्पताल में जल्द ही ब्लड-बैंक की स्थापना की जाएगी। जानकारी के मुताबिक स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों को जल्द से जल्द इस क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने को कहा है । इस कड़ी में शिशु रोग व उनके उपचार को लेकर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है, जिससे की कोरोना की संभावित तीसरी लहर से निपटने की तैयारी की जा सके। इसके लिए ऐसे अस्पताल शिशु रोग विशेषज्ञ पदस्थ हैं, वहां एसएनसीयू (Special Neonatal Care Unit) स्थापित करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही प्रदेश भर में कुष्ठ रोग उन्मूलन के लिए किए जा रहे कार्यों में तेजी लाने के साथ-साथ बरसात के मौसम में पीलिया और डेंगू से बचाव के लिए लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग और स्थानीय नगर निगमों व नगर पालिकाओं के साथ समन्वय कर प्रभावी कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। इस दौरान अस्पतालों में व ड्रग वेयर हाउस में जरूरी दवाओं का स्टॉक मेंटेन करने का भी निर्देश दिया गया है।जिला टीकाकरण अधिकारी मनोज सैम्युअल ने बताया,विभाग द्वारा समान्य वैक्सीनेशन पर भी ध्यान दिया जा रहा है। सभी टीकाकरण कार्यक्रम पहले की तरह ही संचालित हो रहे हैं। इसके अंतर्गत 94 प्रतिशत बच्चों को नियमित टीके लगाए गए हैं। हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स के माध्यम से लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं। इसके साथ ही अन्य कार्यक्रमों पर भी ध्यान दिया जा रहा है। आगे भी सभी टीकाकरण कार्य समान्य गति से चलाए जाते रहेंगे। बिलासपुर में वैक्सीनेशन लक्ष्य के सापेक्ष काफी अच्छा है।