IPL 2020 : जानिए शिवम मावी और कमलेश नागरकोटी को कैसे मिला चोट से छुटकारा
नई दिल्ली. नेशनल क्रिकेट एकेडमी (NCA) ने युवा खिलाड़ी कमलेश नागरकोटी (Kamlesh Nagarkoti) और शिवम मावी (Shivam Mavi) को चोटों से मुक्त करने में अहम भूमिका अदा की और 2 साल के अंदर उन्हें फिर से बेहतरीन गेंदबाजी के लिए तैयार कर दिया. नागरकोटी और मावी ने 2018 आईसीसी अंडर-19 वर्ल्ड कप के दौरान बल्लेबाजों को अपनी गेंदों से खौफजदा किया हुआ था और ऐसा लग रहा था कि भारत के तेज गेंदबाजों का अगला बैच दुनिया में खलबली मचाने को तैयार है. लेकिन इससे पहले कि वे ऐसा कर पाते, उन्हें चोटों ने परेशान कर दिया. तभी एनसीए ने सही समय पर उनकी चोटों को ठीक करने में अहम भूमिका अदा की.
बीसीसीआई (BCCI) के एक वरिष्ठ सूत्र ने कहा, ‘वर्ल्ड कप के बाद कमलेश को पीठ में स्ट्रेस फ्रेक्चर हो गया और उनके टखने पर भी ‘स्ट्रेस’ का असर पड़ा. बीसीसीआई ने ब्रिटेन में उन्हें ले जाकर कई विशेषज्ञों से उनकी चोट पर सलाह ली. वो करीब डेढ़ साल तक एनसीए में रहे.’
अधिकारी ने कहा, ‘वहीं दूसरी ओर शिवम 8 महीने तक एनसीए में रहा, पहले उन्हें एसीएल (एंटीरियर क्रूसिएट लिगामेंट) चोट लगी और फिर ‘स्ट्रेस’ का असर हुआ. हालांकि वह कमलेश की तुलना में जल्दी उबर गए लेकिन वह पिछले घरेलू सत्र के बाद फिर चोटिल हो गए.’अगर पिछले 2 सीजन के दौरान उनके रिहैबिलिटेशन और चोट से उबरने के लिए हुए मोटा मोटी खर्चे पर भरोसा किया जाए तो बीसीसआई-एनसीए ने कम से कम 1.5 करोड़ रूपये उन पर खर्च किए हैं.
सूत्र ने कहा, ‘बिलकुल सही राशि बताना मुश्किल होगा लेकिन यह एक करोड़ रूपये से ज्यादा ही है और यह करीब 1.5 करोड़ रूपये के करीब हो सकती है. एनसीए में मेडिकल चेक-अप, आउटसोर्स फिजियोथेरेपी सत्र, सभी का ध्यान ऐसे रखा जाता है जैसे बीसीसीआई केंद्रीय अनुबंधित खिलाड़ियों के लिए करता है. दो लोगों को इसका श्रेय जाता है और वो हैं एनसीए प्रमुख राहुल द्रविड़ और मुख्य फिजियो आशीष कौशिक.’
नागरकोटी ने मैच के बाद अपने प्रदर्शन के लिये द्रविड़, अभिषेक नायर और अन्य का शुक्रिया भी अदा किया। मावी ने एनसीए की तारीफ करते हुए कहा, ‘अमित त्यागी (फिजियो) और आशीष कौशिक (मुख्य फिजियो) ने मेरी चोटों का ध्यान रखा और मुझे पूरी तरह से लय में आने में 4 महीने लगे.’