
ज्ञान का चारों ओर विस्तार करना चाहिए : प्रो. रजनीश कुमार शुक्ल
वर्धा. भारतीय शिक्षण मंडल, विश्वविद्यालय इकाई की ओर से श्री व्यास पूजा उत्सव के अवसर पर आयोजित सम्मान समारोह में महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रजनीश कुमार शुक्ल ने कहा कि ज्ञान का बहुतर और चारों ओर विस्तार करना चाहिए। विश्वविद्यालय के कस्तूरबा सभागार में 13 जुलाई को आयोजित कार्यक्रम में भारतीय शिक्षण मंडल, विश्वविद्यालय इकाई की ओर से कुलपति प्रो. रजनीश कुमार शुक्ल का अंगवस्त्र, श्रीफल और पुष्पमाला प्रदान कर सम्मान किया गया। इस अवसर पर प्रो. मनोज कुमार, प्रो. अवधेश कुमार एवं डॉ. गोपाल कृष्ण ठाकुर मंचासीन थे।
विदित है कि भारतीय शिक्षण मंडल शिक्षा के क्षेत्र में राष्ट्रीय पुनरूत्थान के उद्देश्य से कार्यरत है। इसकी स्थापना सन 1969 में रामनवमी के दिन हुई थी। इसके मुख्य उद्देश्य में ही भारत की एकात्म जीवनदृष्टि पर आधारित तथा देश की सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक अनुभूति से उपजी, राष्ट्र के समग्र विकास पर केंद्रित राष्ट्रीय शिक्षा नीति, पाठ्यचर्या, व्यवस्था तथा शिक्षणविधि का विकास करना हैं। व्यास पूर्णिमा का महत्व एवं स्वाध्याय परंपरा को प्रतिपादित करते हुए कुलपति प्रो. शुक्ल ने कहा कि नित्य और सनातन ज्ञान नविनता के साथ प्रदान करना ही भारतीय परंपरा है। उन्होंने कहा कि व्यास पूर्णिमा ज्ञानी का समाज के साथ सातत्य का दिन है।
कार्यक्रम का प्रारंभ दीप प्रज्ज्वलन एवं व्यास प्रतिमा, भारतमाता एवं सरस्वती माता की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर किया गया। ध्येय श्लोक डॉ. सीमा बर्गट ने प्रस्तुत किया। स्वस्ति वाचन डॉ. जगदीश नारायण तिवारी ने किया। स्वागत प्रो. अवधेश कुमार ने किया। कार्यक्रम की प्रस्तावना डॉ. गोपाल कृष्ण ठाकुर ने प्रस्तुत की। कार्यक्रम का संचालन डॉ. शिवसिंह बघेल ने किया तथा धन्यवाद डॉ. प्रदीप ने ज्ञापित किया। कल्याण मंत्र का वाचन डॉ. आदित्य चर्तुवेदी ने किया। इस अवसर पर प्रतिकुलपति द्वय प्रो. हनुमानप्रसाद शुक्ल और प्रो. चंद्रकांत रागीट, कुलसचिव काद़र नवाज़ ख़ान, अधिष्ठातागण, विभागाध्यक्ष, अध्यापक, कर्मचारी, शोधार्थी और विद्यार्थी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।