Mehul Choksi ने भारतीय एजेंसियों पर लगाए कई आरोप, कहा- भारत लौटने पर कर रहा विचार
सेंट जोंस (एंटीगुआ). भगोड़ा हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी (Mehul Choksi) डोमिनिका में जमानत मिलने के बाद एंटीगुआ पहुंच गया है. एंटीगुआ (Antigua) पहुंचने के बाद मेहुल चोकसी ने भारतीय जांच एजेंसियों (Indian Agencies) पर अपहरण और कारोबार बंद करने समेत कई आरोप लगाए हैं.
मेहुल ने भारतीय एजेंसियों पर लगाए गई आरोप
मेहुल चौकसी (Mehul Choksi) ने न्यूज एजेंसी एएनआई से कहा, ‘मैं घर वापस आ गया हूं, लेकिन इस यातना ने मेरी आत्मा पर साइकोलॉजिकल और फिजिकल रूप से स्थायी निशान छोड़े हैं. मैं सोच भी नहीं सकता था कि भारतीय एजेंसियों द्वारा मेरा सारा कारोबार बंद करने और मेरी सारी संपत्तियां जब्त करने के बाद मेरे अपहरण का प्रयास किया जाएगा.’
भारत लौटने पर कर रहा हूं विचार: मेहुल चोकसी
भगोड़े मेहुल ने आगे कहा, ‘मैं भारत में अपनी बेगुनाही साबित करने के लिए लौटने पर विचार कर रहा हूं. मेरे अपहरण के बाद पिछले 50 दिनों से मेरी हेल्थ कंडीशन खराब है और कुछ ज्यादा ही खराब हो गई है. मैं भारत में अपनी सुरक्षा को लेकर आशंकित हूं. मुझे नहीं पता कि मैं सामान्य शारीरिक या मानसिक स्थिति में वापस आऊंगा.’
एजेंसियों के सहयोग के लिए हमेशा उपलब्ध: मेहुल
मेहुल चौकसी (Mehul Choksi) ने कहा, ‘कई बार, मैंने एजेंसियों को मुझसे पूछताछ करने के लिए यहां (एंटीगुआ) आने के लिए कहा, क्योंकि स्वास्थ्य समस्याओं के कारण मैं अब यात्रा नहीं कर पा रहा था. मैं एजेंसी के सहयोग के लिए हमेशा उपलब्ध हूं, लेकिन इस अमानवीय अपहरण की मुझसे कभी उम्मीद नहीं थी.’
मेहुल चोकसी ने एंटीगुआ की नागरिकता ले ली है
भगोड़ा हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी (Mehul Choksi) गैरकानूनी तरीके से डोमिनिका में प्रवेश के आरोप में 51 दिन तक हिरासत में रहा. भारत से फरार होने के बाद चोकसी 2018 से एंटीगुआ एवं बारबुडा में रह रहा है, उसने वहां की नागरिकता भी ले ली है. चोकसी के खिलाफ डोमिनिका में गैरकानूनी तरीके से प्रवेश करने का आरोप है, जबकि उसके वकीलों ने दावा किया है कि यह उसके अपहरण की साजिश थी. डोमिनिका हाई कोर्ट ने चोकसी को इलाज कराने के लिए जमानत दी है.
मेहुल चोकसी पर 13500 करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप
बता दें कि पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) से जुड़े 13,500 करोड़ रुपये के घोटाले में वांछित हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी 23 मई को एंटीगुआ एवं बारबुडा से संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गया था. बाद में उसे पड़ोसी देश डोमिनिका में गैरकानूनी रूप से दाखिल होने के आरोप में हिरासत में लिया गया था.