मोहन मरकाम ने कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में ध्वजारोहण किया
रायपुर.प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में ध्वजारोहण किया। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के छायाचित्र पर माल्यार्पण किया गया। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के अमर शहीदों को नमन किया गया। इस दौरान राष्ट्रगीत राष्ट्रगान ध्वज वंदना एवं राज्य गीत गाया गया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने ध्वजारोहण के पश्चात शुभकामना संदेश वाचन किया।
प्रदेश कांग्रेस सेवादल के द्वारा भगत सिंह चौक से राजीव भवन तक तिरंगा सद्भावना यात्रा निकाली गयी। जिसमें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम, सेवादल के अध्यक्ष अरूण ताम्रकार सहित प्रदेश कांग्रेस, सेवादल के सदस्यगण शामिल हुये। सेवादल के द्वारा सलामी दी गयी।
इस अवसर पर पूर्व मंत्री सत्यनारायण शर्मा, पूर्व मंत्री अमितेष शुक्ल, प्रदेश के कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल, प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष गिरीश देवांगन, रायपुर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष सुभाष धुप्पड़, छत्तीसगढ़ राज्य खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के अध्यक्ष राजेन्द्र तिवारी, कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी, प्रभारी महामंत्री संगठन चंद्रशेखर शुक्ला, छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग के अध्यक्ष किरणमयी नायक, पूर्व विधायक रमेश वर्ल्यानी, छत्तीसगढ़ मछुवा कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष एम.आर. निषाद, छत्तीसगढ़ अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष भानुप्रताप सिंह, प्रदेश कांग्रेस के मुख्यप्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला, प्रवक्ता घनश्याम राजू तिवारी, प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर, प्रवक्ता एम.ए. इकबाल, प्रवक्ता विकास तिवारी, कांग्रेस विचार विभाग के अध्यक्ष हसन खान, कांग्रेस सेवादल के अध्यक्ष अरुण ताम्रकार, सांस्कृतिक एवं साहित्यिक विभाग के अध्यक्ष दिलीप षडंगी, पंकज शर्मा, सुबोध हरितवाल, दिलीप सिंह चौहान सहित पदाधिकारीगण एवं कार्यकर्ता गण उपस्थित थे।
प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम का संदेश : आज़ादी का यह पर्व, हमारा गौरवषाली पर्व है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की अगुवाई में कांग्रेस के सिपाहियों ने देश के हर कोने में आजादी की पुकार लगाई और एक ऐसा आंदोलन छेड़ा, जिसकी कोई मिसाल नही मिलती। आज स्वाधीनता दिवस के पावन अवसर पर हम, उन सभी स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को श्रध्दा एवं गर्व से स्मरण करते हैं, सरदार भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, राजगुरू, अश्फाकउल्ला ही, नही हमारे वीर आदिवासी षहीद वीर नारायण सिंह, टाटिया भील तथा बिरसा मुण्डा जैसे अनगिनत सपूतों के बलिदान को कभी बिसराया नही जा सकता।
राष्ट्र के तिरंगे की छत्रछाया में स्वाधीनता के महान संग्राम को जिन्होंने अपने त्याग और बलिदान की ज्योति से प्रकाशमान किया उनमें लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक, लाला लाजपत राय, गोपालकृष्ण गोखले, पं. मोतीलाल नेहरू, नेताजी सुभाषचंद्र बोस, देशबंधु चितरंजन दास, बाबू राजेन्द्र प्रसाद, डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन, पं. जवाहर लाल नेहरू, सरदार वल्लभ भाई पटेल, डॉ. भीमराव अम्बेडकर, सरोजनी नायडू, आचार्य कृपलानी, मौलाना अबुल कलाम आजाद, लाल बहादुर शास्त्री हमारी राष्ट्रीयता के प्रतीक बने।
स्वाधीनता आंदोलन का संघर्ष छत्तीसगढ़ में भी बड़े-बड़े शहरों के साथ-साथ नगरों एवं कस्बों से होता हुआ आदिवासी बाहुल्य बस्तर तथा सरगुजा में भी अपने बलिदान का इतिहास रचता हुआ पूरे छत्तीसगढ़ के हर रहवासी के दिलों की धड़कनों में समाता चला गया। क्रांति कुमार भारती, पं. रविशंकर शुक्ल, पं. सुन्दरलाल शर्मा, डॉ. राघवेन्द्र राव, बैरिस्टर छेदीलाल, यति यतनलाल, माधवराव सप्रे, पं. लोचन प्रसाद पांडेय, वामन राव लाखे, डॉ. खूबचंद बघेल, महंत लक्ष्मीनारायण दास, ठाकुर प्यारेलाल सिंह तथा मौलाना अब्दुल रउफ जैसे हजारों वीर सेनानियों के हम कृतज्ञ हैं।
मित्रों, राज्य में कांग्रेस की सरकार ने सत्ता संभालने के तत्काल बाद से ही, तीव्र गति से, जनहितैषी फैसले लिये। केवल पौने तीन वर्ष के अल्पकाल में ही, कांग्रेस सरकार ने अनेकों जनकल्याणकारी योजनाएं लागू कर एक इतिहास रचा है। हमारे लोकप्रिय मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल जी ने शपथ ग्रहण के तुरंत बाद किसानों के कर्ज माफ का आदेश दिया। राजीव गांधी किसान न्याय योजना के माध्यम से प्रोत्साहन राशि मिलाकर प्रति क्विंटल धान का 2500 रू. भुगतान किया जा रहा है, सबके लिये बिजली बिल हाफ, सबके लिये राशन की व्यवस्था सुनिश्चित की गयी है। आदिवासियों को वन अधिकार पट्टा तथा छोटे भूखण्डों की खरीदी-बिक्री पर लगी रोक हटाकर सबके हित साधे गये। लॉकडाउन में भी मनरेगा के तहत रोजगार दिलाने में छत्तीसगढ़ देश में प्रथम रहा है।
मित्रों, भाजपा सरकार के 15 वर्षो के शासनकाल में स्वास्थ्य एवं चिकित्सा सेवाओं को कभी पर्याप्त महत्व नही दिया गया था। इन परिस्थितियों में करोना जैसी महामारी का सामना करना, एक बड़ी चुनौती थी, परंतु कांग्रेस की सरकार ने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में अब तक इस चुनौती का पूरी सक्षमता से सामना किया, जिसके कारण ही, करोना के प्रबंधन में हमारे राज्य की स्थिति अन्य राज्यों की तुलना में बहुत बेहतर है । कोरोना जैसी महामारी से एक ओर देश की अर्थव्यवस्था प्रभावित हुई परंतु छत्तीसगढ़ में अर्थव्यवस्था की गतिशीलता बनी रही। छत्तीसगढ़ कोविड वैक्सिन के मामलों में भी देश के कई विकसित और साधन सम्पन्न राज्यों को पीछे छोड़ चुका है। सोशल एवं फिज़िकल दूरी, मास्क, सेनेटाईजर तथा हैण्डवाश का उपयोग करते हुए विकास एवं जनहित के सभी कार्य हमारी सरकार द्वारा सम्पादित किये जा रहे हैं।
मित्रों, प्रदेश तीव्र गति से विकास की ओर अग्रसर है। सुराजी गांव योजना, नरवा-गरवा-घुरूवा- बाड़ी कार्यक्रम, गोधन न्याय योजना, राजीव गांधी भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना जैसी अनेकों योजनाओं के माध्यम से आज छत्तीसगढ़ में महात्मा गांधी के ग्राम सुराज के सपनों को साकार किया जा रहा है। भूमिहीन कृषि मजदूरों को हर वर्ष 6000रू. सहायता राशि देने का निर्णय सरकार ने लिया है ऐसा करने वाला छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य है। किसानों और पशुपालकों से गोधन न्याय योजना के तहत 2रू. में गोबर की खरीदी कर राज्य में पशुपालन को भी, लाभकारी बनाया जा रहा है। मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लिनिक योजना के माध्यम से आज दुर्गम से दुर्गम गांवों तक चिकित्सा पहुंच रही है। मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजना के माध्यम से शहरी गरीबों तक निःशुल्क उपचार और दवाइयां पहुंचाई जा रही है। महिलाओं के स्वास्थ्य की विशेष देखभाल के लिए शहरी क्षेत्रों में दाई-दीदी क्लीनिक योजना संचालित की जा रही है। मुख्यमंत्री मान. श्री भूपेश बघेल ने विकासखण्डों से लेकर जिला मुख्यालयों तक हर सरकारी अस्पतालों को सर्वसुविधायुक्त बनाने का काम शुरू किया है। डॉ. खुबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना और मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य योजना के तहत 20लाख रूपये तक ईलाज की सुविधा दी जा रही है।
मित्रों, स्वास्थ्य की तरह ही, शिक्षा संबंधी अधोसंरचना को मजबूती देने के लिए 14500 से अधिक शिक्षकों की नियुक्ति की जा रही है। गरीब से गरीब बच्चे भी निजी स्कूलों जैसी सुविधा के साथ पढ़ाई कर सकें इसके लिए स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल शुरू किये गये हैं, राज्य में ऐसे 172 स्कूल स्थापित किये जा रहे हैं। नक्सल पीड़ित क्षेत्रों में भी वर्षों से बंद पड़े सैंकडो स्कूलों को दोबारा शुरू किया गया है।
साथियों, हमारी सरकार ने नवा छत्तीसगढ़ गढ़ने का संकल्प लिया है। बीते पौने तीन वर्षों की तरह आने वाले वर्षों में भी भौतिक और सामाजिक विकास के बीच संतुलन स्थापित करते हुए पुरखों के सपनों के छत्तीसगढ़ को साकार किया जाएगा। माननीय मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में कांग्रेस सरकार की प्राथमिकताएं जनसामान्य के हितों के लिए समर्पित है। जनहित ही, हमारा उद्देश्य है और प्रदेशवासियों की सेवा हमारा कर्तव्य।
जय हिन्द, जय छत्तीसगढ़…