Myanmar की सेना के सताए पहुंच रहे India, प्रदर्शन के दौरान Firing में घायल 3 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया


गुवाहाटी. म्यांमार (Myanmar) की सेना के सताए भारत (India) पहुंच रहे हैं और भारत भी बड़े दिल के साथ उन्हें शरण दे रहा है. शुक्रवार को गोलियों से जख्मी हुए म्यांमार के तीन नागरिक सीमा पार कर भारत पहुंचे, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया. पुलिस अधिकारी विक्रमजी सिंह ने बताया कि म्यांमार के सीमावर्ती तामू कस्बे में सुरक्षा कर्मियों द्वारा की गई गोलीबारी के बाद गुरुवार रात म्यांमार के एक दर्जन लोग सीमा पार करके मणिपुर आ गए थे.

8 नागरिकों को वापस भेजा
विक्रमजी सिंह ने आगे बताया कि भारत (India) के सीमाई कस्बे मोरेह के निवासियों ने म्यांमार से आए लोगों को शरण दी और उन्हें अस्पताल ले गए. उन्होंने कहा कि शुक्रवार को म्यांमार के आठ नागरिकों को वापस उनके देश भेज दिया गया और केवल मानवता के आधार पर घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. गौरतलब है कि म्यांमार में एक फरवरी को सैन्य तख्तापलट होने के बाद से सेना की कार्रवाई जारी है, जिसके चलते लोग सीमा पार कर भारत आ रहे हैं.

अब तक कुल 733 लोग India आए
पहले भी म्यांमार से कई शरणार्थी भारत पहुंचे थे, जिसमें पुलिसकर्मी भी शामिल थे. अब तक कुल 733 लोगों ने वहां से भागकर भारत के मिजोरम में शरण ली है और वह अलग-अलग जगहों पर अवैध रूप से रह रहे हैं. भारत और म्यांमार 1,643 किलोमीटर की सीमा साझा करते हैं और दोनों ओर के लोगों की जातीय संबद्धता के कारण पारिवारिक संबंध भी हैं. मणिपुर, अरुणाचल प्रदेश और नागालैंड भी ऐसे भारतीय राज्य हैं, जो म्यांमार के साथ सीमाएं साझा करते हैं, लेकिन तख्तापलट के बाद पड़ोसी देश से आने वाले मिजोरम (Mizoram) तक ही सीमित हैं, जो म्यांमार के साथ 510 किलोमीटर की सीमा साझा करता है.

सेना ने 300 से ज्यादा को मार डाला
वहीं, म्‍यांमार में सेना का खूनी खेल जारी है. सेना और पुलिस की कार्रवाई में अब तक 300 से ज्‍यादा लोगों की मौत हो गई है. स्‍थानीय मीडिया और मानवाधिकार संगठनों का दावा है कि 90 फीसदी लोगों को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया गया है. एक रिपोर्ट के अनुसार, सेना ने करीब 3000 लोगों को गिरफ्तार कर रखा है और प्रदर्शनों को कुचलने के लिए लोगों को डराया-धमकाया जा रहा है. गुरुवार को बड़ी संख्या में सड़कों पर उतरे प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने बल प्रयोग किया था. उधर, अमेरिका सहित अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने एक बार फिर म्‍यांमार की सेना से सभी प्रमुख नेताओं को रिहा करने की अपील की है. सेना ने तख्तापलट के बाद से ही आंग सान सूची सहित कई नेताओं को गिरफ्तार कर लिया था.

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