नागपुर आग की भट्टी में तब्दील 56 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया
मुंबई. दो दिन पहले राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के मुंगेशपुरी में तापमान ५२.९ डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था। तब दिल्ली समेत पूरे देश में खलबली मच गई थी। इसके साथ ही तापमान का सर्वाधिक रिकॉर्ड दर्ज किया गया था। लेकिन अब महाराष्ट्र के नागपुर ने दिल्ली को पीछे छोड़ दिया है। यहां ५६ डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया है। अप्रत्याशित तरीके से तापमान में बढ़ोतरी से नागपुर आग की भट्टी में तब्दील होने की खबर पैâलते ही नागपुरकरों में खलबली मच गई। नागपुर में चढ़ते पारे ने स्थानीय लोगों को बेचैन कर दिया है, वहीं गर्मी और लू की चपेट में आने से दिल्ली के अलावा उत्तर प्रदेश और बिहार में सैकड़ों लोगों को जान गंवानी पड़ी है।
आईएमडी की मानें तो नागपुर आग की भट्टी बन गया है। ऐसा लग रहा है जैसे नागपुर अब आगपुर हो गया हो। यहां आसमान से आग की बारिश हो रही है। जब ३० मई को पारा ५० पार गया तो लोगों को विश्वास ही नहीं हो रहा था। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, नागपुर में आईएमडी ने चार ऑटोमेटिक वेदर स्टेशन (एडब्ल्यूएस) लगाए हैं। इनमें से दो स्टेशनों पर गुरुवार यानी ३० मई को अधिकतम तापमान ५० डिग्री सेल्सियस से ऊपर दर्ज किया गया। नागपुर के उत्तरी अंबाझरी रोड से दूर रामदासपेठ में पीडीकेवी के २४ हेक्टेयर खुले कृषि क्षेत्र वाले खेत के बीच में नागपुर ऑटोमेटिक वेदर स्टेशन (एडब्ल्यूएस) ने ५६ डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया। इस बीच मौसम विभाग के सूत्र ने बताया कि गुरुवार को एक सेंसर में खराबी आ गई थी, इसलिए तापमान गलत दर्ज किया गया। वहीं बिहार में लू लगने से ३२ लोगों की मौत हुई, जिनमें से १७ औरंगाबाद में, छह आरा में, तीन-तीन गया और रोहतास में, दो बक्सर में और एक पटना में मौत हुई है। ओडिशा के राउरकेला में १० लोगों की मौत हुई।