गृहमंत्री के गृह जिले में जिंदा जलाए जा रहे लोग, रोज हो रही है हत्याएं, राजधानी तक में महिलाएं असुरक्षित
- दिनदहाड़े हत्या, लूट, डकैती, गैंगवॉर, चाकूबाजी और दुष्कर्म के आंकड़े भयावह
- कानून व्यवस्था बदहाल, भयमुक्त वातावरण देने में सरकार पूरी तरह नाकाम
रायपुर। छत्तीसगढ़ को अपराधगढ़ बनाने का आरोप लगाते हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि आज गृह मंत्री के गृहक्षेत्र कवर्धा में 70 वर्ष के बुजुर्ग को पेट्रोल डाल कर जिंदा जला कर मार दिया गया, गृहमंत्री के कबीरधाम जिले में 3 दिन में जघन्य हत्या की ये तीसरी घटना है। इससे पहले पांडातराई में गला रेत कर मारा गया, प्रभाटोला के आगमदास कुर्रे की खून से सनी लाश उसी के घर में फेक दिया गया। कल राजधानी रायपुर के सदर बाजार में चाकू मार के हत्या कर दी गई, कल ही गुढ़ियारी में एक महिला से कल ही सामूहिक दुष्कर्म की घटना घटी, पूरे प्रदेश में अपराधी घटनाएं बढ़ गई है। अपराधी, नशे के तस्कर और अराजक तत्व वारदात कर रहे हैं, अपराध पूरी तरह से बेलगाम हो चुका है, छत्तीसगढ़ पिछले 17 महीना में अपराध गढ़ बन चुका है, राजधानी रायपुर चाकू पर के नाम से कुख्यात हो गया है गृह मंत्री खुद अपना क्षेत्र नहीं सम्हाल पा रहे हैं, सरकार पूरी तरह से गूंगी बहरी बनी हुई है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार प्रदेश की जनता को भयमुक्त वातावरण देने में पूरी तरह से नाकाम हो चुकी है। बदहाल हो चुके कानून व्यवस्था और महिलाओं के खिलाफ लगातार बढ़ते अपराधों की चिंता इस सरकार को बिल्कुल नहीं है। भारतीय जनता पार्टी की सरकार का पूरा फोकस केवल कमीशनखोरी और नशे के कारोबार को संरक्षण देने में है। पिछले 17 महीनों की साय सरकार के दौरान औसतन हर रोज 8 से 9 दुष्कर्म की घटनाएं प्रतिदिन हो रही है। प्रदेश में महिलाओं के साथ गैंगरेप हो रहे हैं, लगभग हर 3 घंटे में एक महिला दुराचार की शिकार हो रही है, लेकिन यह सरकार कुम्भकर्णीय नींद में सोई हुई है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि भरे बाजार में चाकूबाजी, गैंगवॉर, दिनदहाड़े गैंगरेप, पोटाकेबिन में बच्चों से दुष्कर्म और जलाकर मारने की घटनाएं, मॉबलिंचिंग और जिंदा जलाने जैसी हिंसक घटनाएं छत्तीसगढ़ में इस पैमाने में पहले कभी नहीं हुआ करती थी जो अब रोज रोज घटित हो रही है। कानून व्यवस्था पूरी तरह से बदहाल है अपराधियों पर शिकंजा कसने में यह सरकार पूरी तरह नाकाम साबित हुई है, जब गृह मंत्री का नियंत्रण अपने ही क्षेत्र में नहीं है तो किस नैतिकता से वे पूरे प्रदेश के कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी में बैठे हैं?