27 नवंबर से राउत नाचा महोत्सव का आयोजन, कलेक्टर से मिले महापौर और समिति के सदस्य
मुख्यमंत्री और संस्कृति मंत्री को मेयर ने भेजा नेवता
महापौर रामशरण यादव ने बताया कि 44 वां राउत नाचा महोत्सव को लेकर जिला प्रशासन से सहमति मिल गई है। देवउठनी के बाद 27 नवम्बर शनिवार को लाल बहादुर शास्त्री स्कूल मैदान में राउत नाचा महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। इसमें कोरोना संक्रमण को देखते हुए सोशल डिस्टेंसिंग सहित शासन के अन्य गाइडलाइन का पूरा ध्यान रखा जाएगा। साथ ही महापौर रामशरण यादव ने 44 वॉ रावत नाच महोत्सव में शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत को नेवता दिया है।
1978 में हुई थी शुरुआत
महापौर रामशरण यादव ने बताया कि साल 1978 में राउत नाचा महोत्सव की नींव दिवगंत मंत्री बीआर यादव के प्रयासों से मिला था. इसका मुख्य उद्देश्य समाज को संगठित करना था. इसमें छोटी-छोटी मंडलियां शामिल हुईं थी. समय के साथ छोटी-छोटी मंडलियों ने संगठित होकर बड़े दल का रूप लिया था. वहीं महोत्सव के रूप में इसे भव्यता साल 1985 से लाल बहादुर शास्त्री स्कूल मैदान में आयोजन कराने से मिली।
बिलासपुर के रावत नाच महोेत्सव का राज्य में अलग ही पहचान
महापौर रामशरण ने बताया कि बिलासपुर के रावत नाच महोेत्सव का राज्य में अलग ही पहचान बनी है. पहले आसपास के क्षेत्र से ही दल आते थे. लेकिन, जैसे-जैसे प्रसिद्धि बढ़ती गई, वैसे ही दलों की संख्या भी बढ़ती गई.