स्कूल/ कॉलेज की बच्चियों ने पुलिस के जवानों को बांधा रक्षा सूत्र
त्यौहार के दौरान रोड में यातायात व्यवस्था संभालतेट्रैफ़िक के जवानों को भी राखी बाँध कर मनाया रक्षाबंधन कापर्व
बिलासपुर. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह (आईपीएस) द्वारा जिला बिलासपुर में चलाए जा रहे चेतना अभियान के अंतर्गत अपराध नियंत्रण और जागरूकता कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं जिसमे बिलासपुर की सामाजिक संस्था एनजीओ और विभिन्न संगठनों का सहयोग मिल रहा है और बिलासपुर पुलिस को हर आयु वर्ग के लोगों में अलग पहचान बनाने में सफल रही है ।
बिलासपुर पुलिस द्वारा रखी के पवित्र पर्व में रक्षा का वादा – सुरक्षा का इरादा, राखी की डोर- क़ानून की ओर थीम पर आयोजित कार्यक्रम में लोग बढ़ चढ़कर शामिल हुए, स्कूल के बच्चे, शहर के स्कूल/ कॉलेज की बच्चियों द्वारा पुलिस अधिकारी कर्मचारी को राखी बाँधकर एक अटूट रिश्ता बनाया जो बिलासपुर पुलिस और बिलासपुर के लोगों के बीच सुरक्षा और शांति कायम है, लोगों का विशेष कर महिला बच्चियों का इस तरह पुलिस से जुड़ना एक अलग ही संदेश और अनुभव है जो आपराधिक गतिविधियों, आपराधिक प्रवृत्ति और आपराधिक घटनाओं को रोकने में सहायक साबित होगी ।
इसी क्रम में आज पुलिस लाइन में पुलिस अधिकारी कर्मचारियों को स्कूली छात्राओं द्वारा रखी बांधी गई और हमेशा सुरक्षा/ रक्षा करने का वादा लिये और स्कूल के बच्चों को महिला पुलिस अधिकारी कर्मचारी द्वारा रक्षा सूत्र बाँधकर रक्षा करने का संकल्प लिए, बच्चियों द्वारा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती अर्चना झा, डीएसपी श्रीमती मंजुलता केरकेट्टा, डीएसपी श्रीमती भारती मरकाम , रक्षित निरीक्षक भूपेंद्र गुप्ता और महिला पुलिस को भी रक्षा सूत्र बांधे और हमेशा रक्षा काटने का वादा लिए ।इस अवसर पर लगभग 200 से अधिक पुलिस अधिकारी कर्मचारी को राखी बाँधी गई ।
इसी तरह पुलिस जवान जो चौक चौराहे पर रक्षा बंधन जैसे पर्व के दौरान सुरक्षा व्यवस्था में तैनात रहे उनको भी महिला बच्चों द्वारा स्नेह पूर्वक राखी बाँधी गई जो लगातार हर पर्व उत्सव कानून व्यवस्था में प्रतिदिन शहर की सुरक्षा में तैनात जवानों को चाहे ट्रैफिक पुलिस हो या थाना चौकी में पदस्थ होकर पॉइंट पेट्रोलिंग और अन्य ड्यूटी में शहर की सुरक्षा में महत्वपूर्ण ज़िम्मेदारी निभाते हैं, महिला बच्चियों द्वारा रक्षा बंधन के पूर्व रक्षा सूत्र बाँधकर एक मार्मिक और पवित्र रिश्ता बनकर पुलिस अधिकारी कर्मचारी का सम्मान बढ़ाए ।