स्व. रामाधार कश्यप को दी गई अश्रुपुरित श्रद्धांजली


बिलासपुर. स्वर्गीय रामाधार कश्यप छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माण में प्रमुख भूमिका निभाने वाले नेताओं में शुमार हैं रामाधार कश्यप ने छत्तीसगढ़ की अस्मिता और संस्कृति की स्थापना के लिए अपनी भूमिका निभाई है तत्कालीन बिलासपुर के जिला अध्यक्ष के रूप में कार्यकर्ता आज भी उन्हें उनकी सहजता और सरलता के लिए याद करते हैं। पूर्व सांसद, पूर्व विधायक के रूप में हमेशा उनकी भूमिका कांग्रेस पार्टी के लिए महत्वपूर्ण रही है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से मैं उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं और भगवान से प्रार्थना करता हूं कि उन्हें अपने श्री चरणों में स्थान दें, उनका निधन पार्टी के लिए अपूरणीय क्षति — अटल श्रीवास्तव, प्रदेश उपाध्यक्ष, छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी

स्वर्गीय रामाधार कश्यप छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना के लिए संघर्ष करने वालों में प्रथम पंक्ति के नेता थे, पूर्व राज्यसभा सांसद, पूर्व विधायक अकलतरा, तत्कालीन बिलासपुर के पूर्व जिला अध्यक्ष के रूप में उनकी भूमिका को हमेशा याद किया जाता रहेगा, सहज सरल व्यक्तित्व के धनी हमेशा कार्यकर्ताओं के लिए उपलब्ध रहने वाले नेताओं में उनकी गिनती होती थी, भारत संघ की स्थापना कर उन्होंने एसईसीएल और एनटीपीसी के खिलाफ रोजगार और मुआवजा की लंबी लड़ाई लड़ी थी वे अच्छे किसान भी थे मैं उनको श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।

स्व. रामाधार कश्यप जी का जीवन परिचय : पूर्व राज्यसभा सांसद रामाधार कश्यप जी का आज रात्रि को हृदयाघात से निधन हो गया, उनका जन्म 26 नवम्बर 1938 को चोरभट्ठी अकलतरा के एक संपन्न कृषक परिवार में जन्म हुआ, प्रारम्भिक शिक्षा मिशन स्कूल में और उच्च शिक्षा सीएमडी कालेज में हुई ,उन्होंने एलएलबी की उपाधि लेने के बाद इंकम टैक्स वकील बन गए, पर सामाजिक सरोकार और राजनीतिक रुझान ने उन्हें सार्वजनिक जीवन जीने का निर्णय लिया, कश्यप जी एक अच्छे माउथ ऑर्गन बजाते थे और कबड्डी के अच्छे खिलाड़ी भी थे, स्व.कश्यप जी गरीबों पर अत्याचार को बर्दाश्त नही कर पाते थे, इसके कारण कई बार विवाद की स्थिति उत्पन्न हो जाती थी, कश्यप जी सामाजिक कट्टरता को तोड़ते हुए अपनी पुत्रियों की शादी भी अन्य कुर्मी समाज में किया और सामाजिक जागृति लाई ,जिसका उन्हें सामाजिक बहिष्कार जैसे दंश भी झेलना पड़ा, स्व.कश्यप जी पृथक छत्तीसगढ़ के प्रबल समर्थक थे, उन्होंने सत्तर के दशक में मध्यप्रदेश विधान सभा में पृथक छत्तीसगढ़ राज्य के मांग के समर्थन में पर्चा फेंका ,गिरफ्तारी हुई, स्व खूबचन्द बघेल जी के नेतृत्व में भ्रातृ संघ के महामंत्री बने और भिलाई में एक बड़ा आंदोलन किया। बस्तर जाकर पृथक छत्तीसगढ़ के लिए जन जागरण किए, स्व कश्यप जी कांग्रेस के सच्चे सिपाही थे, उनका व्यक्तित्व सहज,सरल और मिलनसार था, लोगांे से बड़ी सहजता से मिलते थे, वे अकलतरा मंडी के अध्यक्ष निर्वाचित हुए, कांग्रेस के जिला अध्यक्ष रहे, अजित जोगी ने दुर्ग -रायपुर क्षेत्र में कुर्मी समाज के राजनीतिक वर्चस्व को तोड़ने के लिए बिलासपुर जिले में कुर्मी समाज को आगे बढ़ाया और उसके नेता बने। स्व. रामाधार कश्यप जी, पृथक छत्तीसगढ़ राज्य बनने पर राज्यसभा के लिए सब कश्यप जी का चयन किया गया और कश्यप जी सांसद बने, वहीं 2003 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने अकलतरा विधानसभा से टिकट दी और वे विधायक निर्वाचित हुए पर छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के पराजय होने से विधायक पद छोड़कर सांसद ही बने रहे। उन्होंने राज्यसभा सांसद रहते हुए एसईसीएल के विरोध में बड़ा आंदोलन किया। ताकि स्थानीय लोगो को रोजगार, मिल सके ।

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