November 22, 2024

शर्म, उनको मगर, नहीं आती..!

बिलासपुर. बिलासपुर शहर के साथ स्मार्ट सिटी और पता नहीं किस किस नाम से विशेषण लगाए जा रहे हैं। लेकिन इसका पुराना विशेषण जिसमें इसे गड्ढापुर कहा गया था। आज भी इसके साथ बुरी तरह चिपका हुआ है। शहर में सड़कों की खुदाई और गड्ढों की भरमार जस की तस बनी हुई है। पहले सीवरेज था जो अपने ही खोदे गए गड्ढों में गिरकर जमींदोज हो गया। उसके बाद अमृत मिशन के नाम से सड़कों को खोदा जा रहा है। इसका भी हश्र बहुत कुछ सीवरेज की तरह ही दिखाई दे रहा है। बहरहाल, शहर में जिस-किसी भी मोहल्ले में, आप जाएंगे, वहां 2-4 जगह ऐसे गड्ढे जरूर मिल जाएंगे, जिसे देखकर आपके मुंह से बरबस यह निकल पड़ेगा की बीच सड़क पर बना हुआ गड्ढा पता नहीं नगर निगम वालों को और पीडब्ल्यूडी वालों को क्यों नहीं दिखता। ऐसा ही एक जगह बीच सड़क में अंडरग्राउंड नाली पर लगा ढक्कन टूटने से बना एक जानलेवा गढ्ढा, शहर के मसीहाओं की असलियत बेपर्दा कर रहा है। बस स्टैंड से भारतीय जनता पार्टी का कार्यालय होते हुए कर्बला जाने वाली सड़क पर संत रविदास जी की प्रतिमा के पास ही 4 माह से टूटे नाली के ढक्कन ने जानलेवा गड्ढे बनाया हुआ है। मोहल्ले के लोगों ने संबंधित अधिकारियों से कई बार इसे ठीक करने को कहा हुआ है। लेकिन आजकल अधिकारियों को बस शर्म नहीं आती। अगर जरा भी शर्म आती होती तो बड़ी-बड़ी बातें करने वाले अधिकारी, बिलासपुर शहर में जगह-जगह मौजूद ऐसे ही अनेक जानलेवा “स्पॉट” बन चुके गड्ढों की मरम्मत कर लोगों को राहत पहुंचा सकते हैं।

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