SSP ने विजिबल पुलिस पर ज़ोर देने के दिए गए निर्देश

बिलासपुर. चाकूबाज़ी की घटनाओं को मद्देनज़र रखते हुए पारुल माथुर पुलिस उप महानिरीक्षक व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा राजपत्रित अधिकारियों व थाना प्रभारियों की समीक्षा बैठक ली गयी।बैठक के दौरान चाकूबाज़ी की घटनाओं, 307 IPC के प्रकरणो व आयुध अधिनियम के तहत की गयी प्रतिबंधात्मक कार्यवाहियों की माह जनवरी से जुलाई तक वर्ष 2021 एवं 2022 के आँकड़ों के तुलनात्मक अध्ययन व समीक्षा की गयी।समीक्षा के दौरान 307 IPC के प्रकरणों में समानता होना व चाकूबाज़ी की घटनाओं में आंशिक वृद्धि होना पाया।साथ ही संदिग्धों के विरुद्ध आयुध अधिनियम की धारा 25,27 के तहत प्रतिबंधात्मक कार्यवाहियों में पीछे वर्ष की तुलना में अधिक कार्यवाही होना पाया गया।बैठक में उक्त अवधि में गुंडा सूची में लाए गए बदमाशों की भी समीक्षा की गयी।पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष कुल 18 बादमाशों को गुंडा बदमाशों की सूची में शामिल किया गया।वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा सभी थाना प्रभारियों को चाकूबाज़ी की घटनाओं पर नियंत्रण रखने हेतु विज़िबल पुलिसिंग व पैदल पेट्रोलिंग पर ज़ोर देने निर्देशित किया गया ।थाने स्तर पर बीट प्रणाली अनुसार कार्य करने निर्देश दिए गए एवं आपराधिक व असामाजिक तत्वों पर सतत निगाह रखने निर्देशित किया गया साथ ही लगातार आपराधिक कृत्य करने वालों को गुंडा सूची में सम्मिलित करने भी निर्देश दिए गए।समय समय पर वार्ड पार्षदों व जनप्रतिनिधियों के माध्यम से मीटिंग व जागरूकता अभियान चलाने हेतु दिशा निर्देश दिए गए।

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