बिलासपुर. विकासखंड मस्तूरी के खम्हरिया ग्रामीण क्षेत्रों में हर पैदल चलते ग्रामीण के जुबान पर बस एक बात है क्या ऐसे दिन भी सपने में कभी देखें थे कि हम अपनों के साथ रह नहीं सकते घरों से बाहर निकल नहीं सकते और मार्ग सुना ना गाड़ी है ना बस है अपनों के मौतों में