बिलासपुर. एनएसयूआई छतीसगढ़ द्वारा जिला प्रभारियों की नियुक्ति की गयी ।जिसमें पूर्व में अपने दायित्वों को अच्छे से निर्वहन करने वाले प्रदेश महासचिव लक्की मिश्रा को जिला बिलाईगढ़ – सारगढ़ का प्रभारी नियुक्त किया गया । प्रदेश महासचिव लक्की मिश्रा ने शीर्ष नेतृत्व को आभार जताते हुवे कहा की पहले भी वे और ज़िलों के
बिलासपुर. छतीसगढ़ में कर्मचारियों को अपने हक अधिकार की मांग करना इतना महंगा पड़ रहा है कि अब आवाज बुलंद करेंगे तो नौकरी से हाथ धोना पड़ेगा। सेवा समाप्त होगी और दर ब दर भटकना पड़ेगा जो मिले वेतन उस पर गुजारा कर सको तो करो किसी प्रकार भत्ते की मांग करना वेतन बढ़ोतरी की।मांग
बिलासपुर. छतीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कृष्ण जन्माष्टमी के दिन एक एकड़ भूमि पर वृक्षारोपण कर कृष्ण कुंज बनाये जाने की घोषणा की कहा कि इसमें बड़े पेमाने पर बरगद,पीपल,नीम, कदम्ब के वृक्ष लगावे जावेंगे। उनकी इस घोषणा पर छतीसगढ़ जंगल मितान के अध्यक्ष अखिलेश चन्द्र प्रदीप बाजपेयी ने उन्हें बधाई दी और कह
बिलासपुर. हाईकोर्ट में कामकाज को लेकर छतीसगढ़ की राजधानी रायपुर से बिलासपुर आना एक वकील को महंगा पड़ गया। पुराने बस स्टैंड के पास भिखारी की वेशभूषा में आए दो ने मिलकर योजनाबद्ध तरीके से वकील की गाड़ी में एटीएम,पासबुक और आवश्यक दस्तावेज से भरा बैग पार कर पलक झपकते ही फरार हो गए। घटना
छतीसगढ़ की पांच वामपंथी पार्टियों ने केंद्रीय ट्रेड यूनियनों, किसान संघर्ष समन्वय समिति और भूमि अधिकार आंदोलन से जुड़े किसान-आदिवासी संगठनों द्वारा मोदी सरकार की मजदूर-किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ 9 अगस्त को आहूत देशव्यापी हड़ताल का समर्थन किया है। आज यहां जारी एक बयान में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के संजय पराते, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी
कोरबा.अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति से जुड़े 300 से अधिक संगठनों के आह्वान पर छतीसगढ़ में किसानों और आदिवासियों के बीच खेती-किसानी और जल, जंगल, जमीन से जुड़े मुद्दों पर काम करने वाले 25 से अधिक संगठनों के नेतृत्व में प्रदेश के कई गांवों में किसानों, आदिवासियों और प्रवासी मजदूरों ने अपने-अपने घरों से,
बिलासपुर. छतीसगढ़ के मजदुरो को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह का बयान प्रलाप और प्रलोभन से ज्यादा कुछ नही है। प्रदेश उपाध्यक्ष अटल श्रीवास्तव ने कहा 15 वर्ष का पूर्व मुख्यमंत्री पहले कुम्भकर्णी निद्रा में सोते रहते है पर जैसे ही छत्तीसगढ़ की सरकार जनहित कार्य करती है ,अचानक बयान देने के लिए उठ