वर्धा. केंद्रीय शिक्षा मंत्री तथा हिंदी के वरिष्‍ठ साहित्‍यकार डॉ. रमेश पोखरियाल ष्निशंक ने सुश्रुत तथा चरक जैसे मनीषियों का उल्‍लेख करते हुए कहा कि‍ सुश्रुत संहिता और चरक संहिता जैसी अनेक कृतियां हैं जो दुनिया को बहुत कुछ दे सकती हैं। इसलिए इस तरह की कालजयी कृतियों का भारत और विश्‍व की भाषाओं में