नगरी -धमतरी. धमतरी जिले के वनांचल क्षेत्र स्थित आदिवासी विकासखंड नगरी के अंतिम छोर पर स्थित ग्रामों के शालाओं का बीईओ नगरी ने निरीक्षण कर , बच्चों के शिक्षा स्तर की जानकारी ली । नगरी विकास खण्ड के दूरस्थ संकुल केंद्र रिसगाँव अंतर्गत प्राथमिक शाला संदबाहरा में दिनाँक 23 अप्रैल को विकासखंड शिक्षा अधिकारी सतीश
नगरी-धमतरी. धमतरी जिले अंतर्गत वनांचल क्षेत्र स्थित आदिवासी विकास खण्ड नगरी के विशेष संरक्षित जनजाति कमार विद्यार्थियों के बौद्धिक एवं शैक्षणिक क्षमता का विकास करने तथा उन्हें वर्तमान परिवेश की अधोसंरचनाओं से अवगत कराने के उद्देश्य से समग्र शिक्षा अंतर्गत माध्यमिक शालाओं में कक्षा 6 से 8वीं में अध्ययनरत कमार छात्र-छात्राओं के चेहरे पर पहली
नगरी-धमतरी. धमतरी जिले अंतर्गत वनांचल क्षेत्र स्थित आदिवासी विकास खण्ड नगरी के विशेष संरक्षित जनजाति कमार विद्यार्थियों के बौद्धिक एवं शैक्षणिक क्षमता का विकास करने तथा उन्हें वर्तमान परिवेश की अधोसंरचनाओं से अवगत कराने के उद्देश्य से समग्र शिक्षा अंतर्गत माध्यमिक शालाओं में कक्षा 6 से 8वीं में अध्ययनरत कमार छात्र-छात्राओं को राजधानी रायपुर का
धमतरी-नगरी. छत्तीसगढ़ शासन स्कूल शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार धमतरी जिले में कलेक्टर पी एस एल्मा तथा जिला शिक्षा अधिकारी डॉ. रजनी नेल्सन के मार्गदर्शन में शिक्षा गुणवत्ता सुधार तथा शिक्षा के स्तर को ऊँचा उठाने में किये जा रहे कार्यों की कड़ी में वनांचल क्षेत्र स्थित आदिवासी विकास खण्ड नगरी में बीईओ सतीश प्रकाश सिंह
नगरी-धमतरी. कलेक्टर पी.एस.एल्मा के मार्गदर्शन में धमतरी जिले में शिक्षा के स्तर को बढ़ाने के उद्देश्य से तथा विद्यार्थियों के शैक्षिक स्तर को परखने के दृष्टिकोण से 12 नवम्बर 2021 को आयोजित किये जा रहे राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण परीक्षा के सफल आयोजन की तैयारी आदिवासी विकासखंड नगरी में पूरी कर ली गयी है | विकासखंड
रायपुर. प्रदेश के धमतरी जिले के गंगरेल जलाशय के डूबान क्षेत्र के अकलाडोंगरी संकुल केन्द्र में ग्राम कोड़ेगांव (आर) कहने को तो बहुत छोटा सा गांव है, लेकिन पढ़ाई को लेकर यहां के पालक बेहद जागरूक और सजग हैं। डूबान क्षेत्र के शिक्षकों के साथ-साथ पालक भी अपनी जागरूकता का परिचय देते हुए बच्चों में
रायपुर. मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने धमतरी जिले के नगरी विकासखंड के ग्राम दुगली के आश्रित ग्राम दिनकरपुर में वन ग्राम समिति और इस पंचायत के सरपंच, सचिव की अगुआई में 20 आदिवासी परिवारों के घरों को तोड़ने, आग लगाने, उनकी फसल को जानवरों से चराने और इन परिवारों का सामाजिक बहिष्कार करने के कृत्य की