बिलासपुर. छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी सुराजी ग्राम योजना नरवा, गरवा, घुरवा और बाड़ी का क्रियान्वयन जिले में किया जा रहा है। इस योजना से गांवों में सुराज आया है। किसानों, पशुपालकों, महिला और भूमिहीनों को नई ताकत मिली है। उन्हें आमदनी और रोजगार का नया जरिया मिल गया है। ग्रामीण आर्थिक रूप से सशक्त हो
बिलासपुर. छत्तीसगढ़ शासन के मंशानुरूप नरवा, गरूवा, घुरवा, बाड़ी योजना के अंतर्गत निर्मित गौठानों को मल्टीएक्टिविटी सेंटर बनाकर गांव की महिला स्व सहायता समूहों को रोजगार मूलक गतिविधियों से जोड़ा जा रहा है। आजीविका के साधन से उनमें आत्मविश्वास जागा है और आर्थिक रूप से दूसरों पर निर्भरता खत्म हो रही है। जिले के गौठानों
बिलासपुर. शासन की महत्वाकांक्षी योजना ‘‘नरवा, गरूवा, घुरूवा एवं बाड़ी’’ के तहत गोठानों की गतिविधियों में विस्तार करते हुए गोधन न्याय योजना से सुराजी ग्रामों में बने 102 गौठानों में पशुपालकों एवं गोबर विक्रेताओं से गोबर क्रय किया जा रहा है जिसके कारण गांव, गरीब एवं किसानों को आर्थिक सहायता के साथ-साथ गौ संरक्षण में
बिलासपुर. छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरूवा, घुरूवा अउ बारी योजना का बेहतर प्रभाव नजर आने लगा है। गौठानों मंे बनाये जाने वाले वर्मी कम्पोस्ट खाद का उपयोग कर किसान विनय शुक्ला ने अपने खेत को माहो कीट के प्रकोप से बचाया, वहीं इस खाद के उपयोग से इस बार उसके खेत में 100
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में राज्य में समाज के कमजोर लोगों, आदिवासियों, किसानों, श्रमिकों के कल्याण तथा उनकी आर्थिक स्थिति बेहतर बनाने का प्रयास किया जा रहा है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का मानना है कि छत्तीसगढ़ में किसानों को आगे बढ़ाकर, मजबूत व आर्थिक रूप से सक्षम बनाकर ही राज्य को खुशहाल बनाया
बलरामपुर/धीरेन्द्र कुमार द्विवेदी. कलेक्टर श्याम धावड़े तथा मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत हरीश एस ने नरवा, गरुवा, घुरूवा और बाड़ी योजनांतर्गत नरवा संवर्धन के अंतर्गत चयनित निर्माणाधीन फुलझर नाले के विभिन्न क्षेत्रों का अवलोकन किया। उन्होंने नरवा ट्रीटमेंट प्लान में बनाए जा रहे विभिन्न संरचनाओं की जानकारी ली तथा मानचित्र के माध्यम से भी इसको
बिलासपुर . ग्रामीण क्षेत्रों में नरवा, गरवा, घुरूवा, बारी योजना के तहत बनाये गये गौठानों में महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा उत्पादित वर्मी कम्पोस्ट खाद की डिमांड दिनोंदिन बढ़ रही है। वन एवं उद्यानिकी विभाग की नर्सरियों में इसका उपयोग हो रहा है साथ ही किसान भी अपने खेतों में वर्मी खाद का उपयोग कर रहे
बलरामपुर/धीरेन्द्र कुमार द्विवेदी. शासन की महत्वाकांक्षी नरवा, गरूवा, घुरूवा एवं बाड़ी योजना एक बहुआयामी प्रयास है, जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था तथा अवसंरचना के विकास के साथ ही ग्रामों को आजीविका केन्द्र के रूप में विकसित किया जा रहा है। गोठान में सामुदायिक बाड़ी विकास के माध्यम से बाड़ियों में सब्जियां तथा उद्यानिकी फसलें लगाई जा रही
बिलासपुर. शासन की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरूवा, घुरूवा और बाड़ी के अंतर्गत गौठानों में पशुओं को चारे की व्यवस्था स्ट्रा बेलर मशीन के इस्तेमाल से आसान हो गई है। यह मशीन शीघ्रता से खेतों के पैरे का गट्ठर बनाती है। फसल कटने के बाद पैरा का बण्डल बनाने वाली मशीन को स्ट्रा बेलर मशीन कहते
बिलासपुर. नरवा, गरूवा, घुरूवा और बारी महत्वाकांक्षी योजना है। क्षेत्र के किसान इस योजना को केवल सरकारी न मानें, बल्कि अपना योजना मानें। इससे जरूर सफलता मिलेगी। गृह, लोक निर्माण, जेल, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व, पर्यटन मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने आज बिल्हा विकासखंड के ग्राम हथनी के आदर्श गौठान
रायपुर. छत्तीसगढ़ प्रदेश महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष फूलोदेवी नेताम जी के नेतृत्व में आज राजीव भवन में मासिक बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें कार्य की समीक्षा किया गया। इस बैठक में प्रमुख रूप से नरवा, गरवा, घुरवा, बारी में चर्चा हुआ। बैठक को संबोधित करते हुये श्रीमती फूलोदेवी नेताम ने सर्वप्रथम सभी अध्यक्षों की
रायपुर. राज्यसभा में कृषि संबंधी एक गैर सरकारी विधेयक पर चर्चा करते हुये राज्यसभा सदस्य छाया वर्मा ने राज्य की महत्वकांक्षी परियोजना नरवा, गरवा, घुरवा, बारी का उल्लेख करते हुये कहा कि यह योजना राज्य के ग्रामीण अर्थव्यवस्था में क्रांतिकारी परिवर्तन लायेगा। देश की सभी राज्य सरकारों को इस योजना को लागू करना चाहिये। केन्द्र सरकार