बिलासपुर. ढाई साल के कांग्रेस शासन काल में नशे का कारोबार तेजी से बढ़ा है। दारू और बालू माफिया सरकार चला रहे हैं। कभी शांति टापू कहलाने वाले छत्तीसगढ़ में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं रह गई है। किसान आत्महत्या कर रहे हैं, आदिवासी युवतियों के साथ अनाचार हो रहा है। शोभायात्रा निकालने
बिलासपुर. शहर में नशे का कारोबार खूब फल फूल रहा है । लगातार नशे के खिलाफ बिलासपुर पुलिस भी कार्यवाही कर रही है । तोरवा थाना क्षेत्र में शहरी इलाके से सटे ग्रामीण अंचलों में नशे का कारोबार फल-फूल रहा है। इन्हीं में से एक है महमंद लाल खदान मस्जिद का इलाका, जहां मस्जिद के
बिलासपुर. ओम नगर निवासी संजीव टंडन और धर्मेंद्र गेंदले द्वारा नशे का कारोबार किया जाता है। इससे मोहल्ले के लड़के नशे के गर्त में डूब रहे हैं जिसे देखते हुए इसकी शिकायत की गई थी। जिसके बाद गवाह देने वाले लोगों के साथ नशे के कारोबारियों के साथियों ने मारपीट और गुंडागर्दी शुरू कर दी
ढाका. शरणार्थी कैंप रह रहे रोहिंग्या मुसलमानों (Rohingya) में गैंगवार छिड़ गई. गैंगवार दक्षिणी बांग्लादेश में रोहिंग्या शरणार्थी शिविरों में हुई. स्थानीय पुलिस और सामाजिक कार्यकर्ताओं के मुताबिक हथियारबंद समूहों के बीच यह गैंगवार (Rohingya Gang war) हुआ है. सभी आपराधिक पृष्ठभूमि के बताए जा रहे हैं. इस टकराव के चलते हजारों लोग दहशत में
बिलासपुर.नशे का कारोबार करने वाले आरोपीयों से पुलिस ने छापामारकर नशीले पदार्थो का जखिरा बरामद किया है और आरोपीयों के खिलाफ भादवि की धारा 34 तथा नारकोटिक्स एक्ट धारा 21 22 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर न्यायालय में पेश किया गया जहां से इन्हें जेल भेज दिया गया। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार पुलिस