रायपुर. संतोषी नगर के दिलीप दीप हो या पेंशनबाड़ा का बबलू खान, भिलाई के योगेश हो या नवापारा राजिम में रहने वाले राधे तांडी। ये सभी श्रमिक है। इनकी दिनचर्या की शुरुआत प्रातः 5 से 6 बजे ही शुरू हो जाती है। भले ही इन मजदूरों को रात में सोने से पहले आने वाले दिन