भगवान जगन्नाथ जी की द्वादश यात्राओं में गुंडिचा यात्रा सबसे मुख्य है. इसी गुंडिचा  मंदिर में विश्वकर्मा जी ने भगवान जगन्नाथ, बलभद्र जी तथा सुभद्रा जी की दारु प्रतिमाएं बनाई थीं. महाराज इन्द्रद्युम्न ने इन्हीं मूर्तियों को प्रतिष्ठित किया था, इसीलिए गुंडिचा मंदिर को ब्रह्मलोक या जनकपुर भी कहते हैं. गुंडिचा मंदिर में यात्रा के