यांगून. नोबेल पुरस्कार विजेता और म्यांमार की अपदस्थ नेता आंग सान सू की पर भ्रष्टाचार सहित कई अन्य आरोपों में मुकदमे चल रहे हैं. ऐसे में वह जुंटा कोर्ट में सुनवाई के दौरान पेश हुईं. हालांकि, इससे पहले स्वास्थ्य कारणों से वह पिछली सुनवाई में पेश नहीं हो पाई थीं. मामला एक हेलीकॉप्टर को लीज पर
नेपिडॉ. सैन्य शासन के खिलाफ म्यांमार (Myanmar) के लोगों ने विरोध का अनोखा तरीका निकाला. शुक्रवार को लोगों ने खुद को घरों में कैद कर लिया और सेना (Army) को स्पष्ट संदेश दिया कि उसकी तानाशाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के अवसर पर आयोजित इस विरोध को ‘साइलेंट स्ट्राइक’ नाम दिया गया
लंदन. ‘प्यार में उम्र मायने नहीं रखती’, इस बात को एक 20 वर्षीय स्टूडेंट ने सही कर दिखाया है. म्यांमार की रहने वाली इस स्टूडेंट को इंग्लैंड (England) के 77 साल के बुजुर्ग से प्यार हो गया है और दोनों जल्दी से जल्दी अपना घर बसना चाहते हैं. खास बात ये है कि अब तक दोनों
जिनेवा. भारत (India) ने म्यांमार (Myanmar) के मुद्दे पर चुप्पी तोड़ते हुए पूरी दुनिया से एकसाथ आने की अपील की है. भारत ने शुक्रवार को म्यांमार की सेना की हिंसक कार्रवाई की निंदा करते हुए कहा कि वहां के हालात को लेकर विश्व को ज्यादा एकजुटता से काम करना होगा. ऐसा न होने की स्थिति
यंगून. मध्य म्यांमार (Myanmar) में सुरक्षा बलों ने तख्तापलट के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों पर शनिवार को गोली चला दी जिसमें दो लोगों की मौत हो गई. स्थानीय मीडिया ने यह जानकारी दी. मानवाधिकारों के लिए काम करने वाले एक संगठन ने कहा है कि म्यांमार में एक फरवरी को तख्तापलट के बाद से
नेपीता. म्यांमार (Myanmar) में लोकतंत्र (Democracy) समर्थक प्रदर्शनकारियों पर शनिवार को हुई फायरिंग और 114 लोगों के मारे जाने से दुनियाभर में गुस्सा भड़क उठा है. दुनिया के 12 देशों के रक्षा प्रमुखों ने रविवार को एक संयुक्त बयान जारी कर शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों के खिलाफ गोली चलाए जाने की निंदा की है. रक्षा प्रमुखों ने
यंगून. म्यांमार (Myanmar) की सेना ने क्रूरता की सभी सीमाएं पार करते हुए एक सात वर्षीय बच्ची को मौत के घाट उतार दिया. सेना के आदेश पर प्रदर्शनकारियों को कुचलने पहुंची पुलिस (Police) पहले घर का दरवाजा तोड़कर अंदर दाखिल हुई फिर पिता की गोद में बैठी बच्ची के सिर में गोली दाग दी. मृतक
यंगून. म्यांमार (Myanmar) में तख्तापलट के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन जारी हैं. क्रूर सेना (Army) ने अब तक कई प्रदर्शनकारियों (Protesters) को मौत के घाट उतार दिया है, इसके बावजूद लोग लोकतांत्रिक सरकार की बहाली के लिए आवाज उठा रहे हैं. हालांकि, अब उन्होंने सुरक्षा बलों से टकराव और गिरफ्तारी से बचने के लिए नया तरीका निकाला
यांगून. 19 साल की एंजेल (Angel) जब म्यांमार की सेना (Myanmar Army) के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन में शामिल हुईं, तो शायद उन्हें ‘सबकुछ ठीक’ होने की उम्मीद थी. डांसर और ताइक्वांडो चैंपियन (Dancer and Taekwondo Champion) एंजेल ने एक काले रंग की टीशर्ट पहनी हुई थी, जिस पर लिखा था, ‘Everything Will be OK’ यानी सबकुछ
यांगून. म्यांमार (Myanmar) में तख्तापलट के खिलाफ हो रहे प्रदर्शनों (Protests) को कुचलने के लिए सेना (Army) ने हिंसक रूप अख्तियार कर लिया है. रविवार को सेना द्वारा की गई फायरिंग में मरने वालों की संख्या बढ़कर 18 हो गई है और कई घायल हुए हैं. म्यांमार की सेना के इस क्रूर कदम की हर
यांगून. म्यांमार (Myanmar) में तख्तापलट (Coup) का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों पर सुरक्षाबलों (Security Forces) ने सख्ती करनी शुरू कर दी है. शनिवार को सुरक्षाबलों ने देश के दूसरे सबसे बड़े शहर मांडले में गोलियां चला दी, जिसमें दो प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई. दो प्रदर्शनकारियों की गोली लगने से मौत फ्रंटियर म्यांमार की रिपोर्ट
नई दिल्ली. म्यांमार में तख्तापलट के बाद यंगून की सड़कों पर सेना की बख्तरबंद गाड़ियों ने हालात को और तनावपूर्ण बना दिया है. देश की सर्वोच्च नेता आंग सान सू ची गिरफ्तारी के बाद से देशभर में प्रदर्शन हो रहे हैं और ऐसे में दुनियाभर के मुल्कों की नजर वहां की मौजूदा स्थिति पर बनी
वॉशिंगटन. म्यांमार (Myanmar) में तख्तापलट करने वाली सेना (Army) के खिलाफ अमेरिका ने कड़ा कदम उठाया है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने बुधवार को म्यांमार के सैन्य शासन के खिलाफ नए प्रतिबंध लगाने के आदेश दिए. इससे पहले बाइडेन ने कई बार सेना से म्यांमार की प्रमुख नेता आंग सान सूची (Aung San
नई दिल्ली. 1 फरवरी को म्यांमार (Myanmar) की सेना ने आंग सान सू (Aung San Suu Kyi) की चुनी हुई सरकार को हटाकर सत्ता पर कब्जा कर लिया है. तख्तापलट के खिलाफ दक्षिण पूर्व एशियाई देश में नागरिक लगातार विरोध कर रहे हैं. विरोध प्रदर्शन के दौरान लोकतंत्र समर्थक कार्यकर्ताओं द्वारा तीन-अंगुली की ‘सलामी’ (Three-Finger
वॉशिंगटन. म्यांमार (Myanmar) में तख्तापलट करने वाली सेना (Army) अंतरराष्ट्रीय दबाव के आगे भी नहीं झुक रही है. संयुक्त राष्ट्र से लेकर अमेरिका (America) तक सभी सेना से गिरफ्तार नेताओं को रिहा करने और लोकतांत्रिक रूप से चुनी हुई सरकार को सत्ता सौंपने की अपील कर चुके हैं, लेकिन सेना अपने रुख पर कायम है.
जिनेवा. म्यांमार (Myanmar) में तख्तापलट के खिलाफ जहां भारत सहित पूरी दुनिया आवाज उठा रही है, वहीं चीन (China) ने म्यांमार की तानाशाह सेना को खुला समर्थन दिया है. चीन ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (United Nations Security Council) में पेश निंदा प्रस्ताव पर वीटो का इस्तेमाल करते हुए रोक लगा दी है. अमेरिका-ब्रिटेन सहित
नेपीता. म्यांमार (Myanmar) सैन्य तख्तापलट के बाद अब सबकी नजरें जनरल मिन आंग लाइंग (Min Aung Hlaing) पर टिक गई हैं. सोमवार की सैन्य कार्रवाई के बाद मिंट स्वे को राष्ट्रपति नामित किया गया और इसके तुरंत बाद उन्होंने देश के शीर्ष सैन्य कमांडर सीनियर जनरल मिन आंग लाइंग को सत्ता की कमान सौंप दी.
नेपीता. म्यांमार (Myanmar) की नेता आंग सान सू-की (Aung San Suu Kyi) ने देश की जनता से सेना की कार्रवाई के खिलाफ सड़कों पर उतरने का आह्वान किया है. उनकी पार्टी नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी (NLD) ने सोशल मीडिया पर जारी बयान में कहा है कि सेना की कार्रवाई अन्यायपूर्ण है और मतदाताओं की इच्छा
नेपीडॉ. म्यांमार (Myanmar) में एक बार फिर से तख्तापलट की आशंका तेज हो गई है. सेना (Army) ने सोमवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए प्रमुख नेता आंग सांग सू की (Aung San Suu Kyi), राष्ट्रपति विन म्यिंट (Win Myint) और सत्तारूढ़ पार्टी के कई अन्य वरिष्ठ नेताओं को हिरासत में ले लिया है. सत्तारूढ़ पार्टी
बीजिंग. चीन (China) की दादागिरी का एक और मामला सामने आया है. बीजिंग ने कंटीले तारों की मदद से म्यांमार (Myanmar) की सीमा पर 2000 किलोमीटर लंबी दीवार (Great Wall) का निर्माण शुरू किया है. म्यांमार की सेना इस दीवार का विरोध कर रही है, लेकिन चीन अपने रुख पर कायम है. उधर, अमेरिका ने